नैनीताल: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को नैनीताल में कुमाऊं मंडल की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत और ऊधमसिंह नगर के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा की और जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को जनता की समस्याओं के समाधान के लिए जनता दरबार और चौपाल लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए 1064 नंबर की जानकारी दी और जिलाधिकारियों को नियमित रूप से जनसुनवाई करने के निर्देश दिए।
विकास परियोजनाओं की समीक्षा: मुख्यमंत्री ने जमरानी बांध परियोजना, सूखाताल पुनर्जीवन, कैंची धाम विकास, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की और निर्देश दिए। जमरानी बांध परियोजना का कार्य मानसून से पहले शुरू कर दिया जाएगा। सूखाताल के पुनर्जीवन और कैंची धाम के विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए।

भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस: मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार की शिकायत पर ऊधमसिंह नगर के एक अधीक्षण अभियंता को निलंबित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राज्य में विजिलेंस व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को समाधान आधारित कार्यशैली अपनाने और कैंपों के माध्यम से जनता की समस्याओं का निपटारा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता के सपनों को साकार करना सरकार की प्राथमिकता है।
Pls read:Uttarakhand: मुख्यमंत्री धामी ने भ्रष्टाचार पर कसा शिकंजा, खेल के विकास को दिया बढ़ावा