न्यूजीलैंड की सांसद लॉरा मैक्लूर ने डीपफेक तकनीक के खतरों को उजागर करने के लिए एक अनोखा कदम उठाया है. उन्होंने संसद में अपनी एक AI-जनरेटेड नग्न तस्वीर प्रदर्शित की, जो पूरी तरह से नकली थी. इस तस्वीर को दिखाते हुए उन्होंने कहा, “यह मेरा नग्न चित्र है, लेकिन यह असली नहीं है.”
सांसद मैक्लूर ने डीपफेक के खतरों पर चिंता जताते हुए कहा कि यह पीड़ितों के लिए अपमानजनक और दिल दहला देने वाला अनुभव हो सकता है. उन्होंने बताया कि संसद में यह तस्वीर दिखाना उनके लिए भी भयावह था, भले ही उन्हें पता था कि तस्वीर में वो नहीं हैं.
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस तस्वीर को साझा करते हुए लॉरा ने लिखा, “आज मैंने संसद में अपने AI-जनरेटेड नग्न डीपफेक चित्र को दिखाया ताकि यह स्पष्ट हो सके कि ये तस्वीरें कितनी वास्तविक दिखती हैं और इन्हें बनाना कितना आसान है. समस्या तकनीक में नहीं, बल्कि इसके दुरुपयोग में है, जिससे लोगों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. हमारे कानूनों को इसकी गंभीरता के साथ कदम मिलाना होगा.” इस घटना ने डीपफेक तकनीक के दुरुपयोग और इसके खिलाफ कड़े कानूनों की आवश्यकता पर बहस छेड़ दी है.
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