इस साल वर्षाकाल (मानसून सीजन) में उत्तराखंड में बारिश सामान्य से दो फीसद कम हुई। बावजूद इसके बारिश ने सालाना औसत का रिकार्ड तोड़ दिया। अब बदरा सालाना बारिश (वर्ष में हुई कुल बारिश) के वर्ष 2013 के रिकार्ड को तोड़ने की ओर अग्रसर हैं।
मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष राज्य में अब तक 1684 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश का सालाना औसत 1580 मिमी है। इस लिहाज से 13 फीसद अधिक बारिश हुई है। जबकि, अभी वर्ष समाप्त होने में दो माह से भी ज्यादा समय शेष है। वहीं, एक वर्ष में सबसे ज्यादा बारिश की बात करें तो वर्ष 2013 में रिकार्ड 1735 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो पिछले 68 वर्ष में सर्वाधिक है। इससे पहले वर्ष 1945 में सबसे ज्यादा 1800 मिमी बारिश हुई थी। मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि इस वर्ष अगर नवंबर और दिसंबर में ठीक बारिश हुई तो वर्ष 2013 का रिकार्ड टूट सकता है। अब इस वर्ष हुई बारिश के आंकड़ों पर गौर करें तो सिर्फ वर्षाकाल (जून से सितंबर तक) में ही बदरा सामान्य से कम बरसे। वर्षाकाल से इतर हर माह सामान्य से अधिक बारिश हुई। इस माह यानी अक्टूबर में भी 203 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश (33 मिमी) से करीब सवा पांच सौ फीसद अधिक है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक इस वर्ष मानसून सीजन में 1172 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य बारिश (1189 मिमी) से दो फीसद कम है। मानसून सीजन से इतर अन्य आठ माह में 512 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य बारिश (305 मिमी) से 41 फीसद अधिक है।