पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को कहा कि राज्य में 10वीं और 12वीं कक्षा के शानदार नतीजे इस बात का प्रमाण हैं कि राज्य “रंगला पंजाब” बनने की ओर अग्रसर है और इसमें युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। अपने आधिकारिक निवास पर 10वीं और 12वीं के टॉपर्स को सम्मानित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए क्रांतिकारी बदलाव अब अपना असर दिखाने लगे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के बेहतर नतीजे:
मुख्यमंत्री ने इस बात पर गर्व और संतोष व्यक्त किया कि ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों का पास प्रतिशत 96.09% रहा, जबकि शहरी स्कूलों का पास प्रतिशत लगभग 94% रहा, जो अभूतपूर्व है। उन्होंने बताया कि राज्य के कुल 3840 उच्च माध्यमिक स्कूलों में से लगभग 1000 स्कूलों में 100% पास प्रतिशत रहा है। उन्होंने पड़ोसी राज्य हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 12 स्कूलों के सभी छात्र बोर्ड परीक्षा में फेल हो गए, जबकि पंजाब में शिक्षा क्रांति का ऐसा असर है कि अधिकांश टॉपर्स छोटे और दूर-दराज के गांवों से हैं।
खेल और शिक्षा का संगम:
मुख्यमंत्री ने बताया कि टॉपर्स में 26 छात्र ऐसे हैं जो पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार के नतीजों में छात्रों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई है और तीन छात्रों ने बराबर अंक प्राप्त किए हैं। अमृतसर जिले ने सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त किया है।
माता-पिता और शिक्षकों का आभार:

मुख्यमंत्री ने मेधावी छात्रों के माता-पिता और शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक गुमनाम नायक होते हैं, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत, दृढ़ता और सफलता इन छात्रों की उपलब्धियों के माध्यम से सामने आई है।
लड़कियों ने फिर मारी बाजी:
मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों को पीछे छोड़ दिया है, जो राज्य सरकार द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रसार के प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से लड़कियों को काफी फायदा हुआ है और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर वो सशक्त बन रही हैं।
युवाओं के लिए प्रोत्साहन:
मुख्यमंत्री ने युवाओं का आह्वान किया कि वे जीवन में बड़ी सफलता हासिल करने के बाद भी विनम्र बने रहें और कड़ी मेहनत में विश्वास रखें, क्योंकि यही सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छात्रों, विशेष रूप से लड़कियों के लिए स्कूली शिक्षा का सर्वोत्तम वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वे अपने जीवन में सफल हो सकें। उन्होंने कहा कि पंजाब हमेशा अग्रणी रहा है और रहेगा, क्योंकि पंजाबी कड़ी मेहनत और लचीलेपन के गुणों से भरपूर हैं।
नशे के खिलाफ लड़ाई:
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नशीली दवाओं की समस्या पिछली सरकारों की एक गंभीर विरासत है जिन्होंने पंजाब की भलाई की उपेक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ‘युद्ध नशयां विरुद्ध’ अभियान के जरिए राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए जंग छेड़ दी है। उन्होंने छात्रों से नशे के खिलाफ इस लड़ाई में पूर्ण समर्थन और सहयोग का आह्वान किया।
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