कानपुर: पहलगाम आतंकी हमले में पति शुभम द्विवेदी को खोने वाली एशान्या ने दर्दनाक घटनाक्रम का वर्णन किया है। मंगलवार रात दैनिक जागरण से फोन पर बात करते हुए एशान्या ने बताया कि कैसे उनकी आंखों के सामने उनके पति को गोलियों से भून दिया गया।
शादी के बाद पहली बार परिवार के साथ छुट्टियां मनाने निकलीं एशान्या ने बताया कि मंगलवार को वे पहलगाम पहुंचे थे। घुड़सवारी के बाद वे, उनके पति शुभम और बहन शांभवी एक जगह बैठे थे, जबकि उनके माता-पिता गेट के पास थे।
तभी एक आतंकी आया और उनसे पूछा कि वे मुस्लिम हैं या हिंदू। दोबारा पूछने पर भी जब उन्होंने कहा कि वे मुस्लिम नहीं हैं, तो आतंकी ने शुभम के सिर में गोली मार दी। इसके बाद चारों तरफ गोलियां चलने लगीं।
एशान्या ने बताया कि वे शुभम को उठाने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन उनकी बहन और माता-पिता उन्हें खींचकर वहां से ले गए। सेना के जवानों के पहुँचने तक शुभम का शव वहीं पड़ा रहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभम के पिता संजय द्विवेदी से बात कर संवेदना व्यक्त की। जिलाधिकारी और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भी परिवार से बात की। महाना ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से भी बात कर हालात की जानकारी ली।
शुभम का परिवार महाराजपुर क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक रूप से काफी सक्रिय है। उनके पिता और चाचा पहले ग्राम प्रधान रह चुके हैं। परिवार के अन्य सदस्य भी राजनीति और अन्य क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
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