देहरादून, 16 अप्रैल 2025: उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने राज्य के 117 मदरसों में उत्तराखंड बोर्ड का पाठ्यक्रम लागू करने का फैसला किया है। वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने बताया कि सभी मदरसा प्रबंधकों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके बाद इन मदरसों में बच्चों को तहतानिया, फौकानिया, मुंशी और मौलवी जैसे विषय नहीं पढ़ाए जाएंगे। उन्हें हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे, जो उत्तराखंड बोर्ड के सरकारी स्कूलों में पढ़ाए जाते हैं। संस्कृत एक वैकल्पिक विषय के रूप में होगा।
बिना मान्यता वाले मदरसों पर कार्रवाई जारी
प्रदेश में बिना मान्यता वाले मदरसों को सील करने की कार्रवाई जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अब तक 171 मदरसे सील किए जा चुके हैं।
मदरसों को बोर्ड से मान्यता दिलाने के निर्देश
वक्फ बोर्ड के सीईओ एसएस उस्मान ने सभी पंजीकृत मदरसों के प्रबंधकों को उत्तराखंड शिक्षा बोर्ड से मान्यता लेने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं। किसी भी कठिनाई की स्थिति में बोर्ड कार्यालय को सूचित करने को कहा गया है। आदेश का पालन न करने वाले मदरसा प्रबंधनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड ने निदेशक माध्यमिक शिक्षा को भी सभी सीईओ को सहयोग करने के निर्देश देने को कहा है।
मॉडल मदरसे बनाने की योजना
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि इन मदरसों को मॉडल मदरसा बनाया जाएगा, जहां बच्चों को सरकारी स्कूलों वाला पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा।
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