शिमला: हिमाचल प्रदेश में मनरेगा मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। अब 100 दिन मनरेगा में काम करने वाले मजदूर भी बीपीएल श्रेणी में शामिल हो सकेंगे। पंचायती राज विभाग ने बीपीएल श्रेणी के लिए नए मापदंड तय किए हैं, जिनमें मनरेगा मजदूरों को सशर्त शामिल किया गया है। इस योजना से प्रदेश के लाखों मनरेगा मजदूरों को लाभ मिलेगा।
1 लाख से ज़्यादा मजदूरों ने पूरे किए 100 दिन:
प्रदेश में इस समय 1,07,907 मजदूरों ने 100 दिन मनरेगा के तहत काम किया है। इनमें से ज़्यादातर मज़दूर चंबा (28,502) और मंडी (30,284) ज़िलों से हैं।
मनरेगा के आँकड़े:
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जारी किए गए जॉब कार्ड: 15,14,909
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रोज़गार पाने वाले परिवार: 7,14,728
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रोज़गार पाने वाली महिलाएं: 6,04,410
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कुल व्यक्तिगत कार्य दिवस: 3,91,83,154
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महिलाओं द्वारा अर्जित कार्य दिवस: 2,49,43,244
नए मापदंडों के आधार पर चयन:
पंचायती राज विभाग द्वारा तय किए गए नए मापदंडों के आधार पर मनरेगा मजदूरों को बीपीएल श्रेणी में शामिल किया जाएगा। डीआरडीए के कार्यकारी परियोजना अधिकारी केएल वर्मा ने बताया कि 1 अप्रैल से ही बीपीएल में शामिल होने के लिए आवेदन किए जा सकते हैं। आवेदनों की जांच एक समिति द्वारा की जाएगी और मापदंडों पर खरे उतरने वाले मज़दूरों को बीपीएल सूची में शामिल कर लिया जाएगा।
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