
देहरादून: उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बाद अब कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे राज्य में क्षेत्रवाद की राजनीति फिर गरमा गई है। वायरल वीडियो में उनियाल कह रहे हैं कि उनियाल बिहार से आए हैं और कई अन्य जातियां राजस्थान, मध्य प्रदेश और दूसरे राज्यों से उत्तराखंड में आकर बसी हैं। अमर उजाला से बातचीत में उन्होंने कहा कि जनजातीय लोग ही उत्तराखंड के मूल निवासी हैं और बाकी लोग 700-800 साल पहले दूसरे राज्यों से आकर यहाँ बस गए।
कांग्रेस ने साधा निशाना:
सुबोध उनियाल के इस बयान पर कांग्रेस ने जमकर निशाना साधा है। पार्टी की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि यह वीडियो ऋषिकेश नगर निगम में भाजपा प्रत्याशी के प्रचार के दौरान का है, जिसमें उनियाल कह रहे हैं कि राज्य के सभी लोग दूसरे राज्यों से आकर बसे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि विधानसभा में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जो बयान दिया था, अब पता चला कि उन्हें यह “शिक्षा” कहाँ से मिली है। गरिमा दसौनी ने कहा कि अगर उनियाल के पुरखे बिहार के हैं तो उन्हें वहीं जाकर संसाधनों पर हक जमाना चाहिए और राजनीति भी वहीं करनी चाहिए। उन्होंने भाजपा नेताओं के बयानों को पहाड़ विरोधी मानसिकता बताया है।
“उत्तराखंड में रहने वाला हर व्यक्ति उत्तराखंडी”:
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने सफाई देते हुए कहा कि उत्तराखंड में रहने वाला हर व्यक्ति उत्तराखंडी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जनजातीय लोग ही असली मूल निवासी हैं और बाकी लोग पलायन करके यहाँ आए हैं। उनका कहना है कि राज्य के सामाजिक ताने-बाने को खराब नहीं करना चाहिए।
प्रेमचंद अग्रवाल का नया वीडियो वायरल:
इस बीच, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का एक और वीडियो शिवरात्रि के दिन सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे कह रहे हैं कि कोई तो भगवान शिव की तरह “जहर पिएगा” और इस माहौल को ठीक करेगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि उत्तराखंड के विकास के लिए काम करें और “जहर” न फैलाएँ।
विधायक विनोद चमोली ने खुद को बताया “खांटी उत्तराखंडी”:
अपनी ही पार्टी के मंत्री सुबोध उनियाल के बयान से अलग भाजपा विधायक विनोद चमोली ने खुद को “खांटी उत्तराखंडी” बताया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में चमोली कह रहे हैं कि वे “ठेठ पहाड़ी” हैं और “पहाड़ी” ही रहेंगे।
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