हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुल्लू में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी रोपवे परियोजना को मंजूरी दी है। यह रोपवे कुल्लू बस अड्डे से पीज पैराग्लाइडिंग प्वाइंट तक बनेगा और इसकी अनुमानित लागत 80 करोड़ रुपये है।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं:
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उद्देश्य: कुल्लू में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना।
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रोपवे की लंबाई: 1.20 किलोमीटर
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लागत: 80 करोड़ रुपये
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स्थान: कुल्लू बस अड्डे से पीज पैराग्लाइडिंग प्वाइंट तक
परियोजना के लाभ:
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पर्यटकों के लिए सुविधा: रोपवे से पर्यटकों को पीज पैराग्लाइडिंग प्वाइंट तक पहुंचने में आसानी होगी।
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सुरक्षित परिवहन: रोपवे पर्यटकों के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन का विकल्प प्रदान करेगा।
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स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: परियोजना से स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
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साहसिक पर्यटन को बढ़ावा: रोपवे से पीज गांव, जो लग घाटी का प्रवेश द्वार है, तक पहुंच आसान होगी, जिससे साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
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पैराग्लाइडिंग को बढ़ावा: परियोजना से पीज पैराग्लाइडिंग प्वाइंट एक प्रमुख पैराग्लाइडिंग गंतव्य बन जाएगा।
सरकार की अन्य पहल:
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पर्यटन अधोसंरचना का विकास: सरकार पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा रही है।
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पारिस्थितिकी पर्यटन (Eco-tourism) को बढ़ावा: सरकार इको-टूरिज्म को बढ़ावा देकर पर्यटकों को प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने का अवसर प्रदान कर रही है और साथ ही प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण भी सुनिश्चित कर रही है।
पर्यटकों की संख्या में वृद्धि:
सरकार के प्रयासों से राज्य में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। हर साल लगभग 2 करोड़ पर्यटक हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने आते हैं।
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