
शिमला: हिमाचल प्रदेश में भाजपा विधायक 3 और 4 फरवरी को होने वाली विधायक प्राथमिकता बैठकों का बहिष्कार करेंगे। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार द्वारा पहले आयोजित की गई दो बैठकों में विपक्ष के सुझावों को गंभीरता से नहीं लिया गया और कांग्रेस के हारे हुए नेताओं को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों द्वारा बताई गई किसी भी प्राथमिकता पर काम नहीं हुआ है।
जयराम ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व भाजपा सरकार द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों के उद्घाटन में भाजपा नेताओं को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है और उद्घाटन पट्टिकाओं पर उनके नाम नहीं लिखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हर स्तर पर भाजपा विधायकों का अपमान कर रही है।
राज्यसभा चुनाव में हार के बाद पुलिस का दुरुपयोग का आरोप:
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि राज्यसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस सरकार पुलिस का दुरुपयोग कर भाजपा विधायकों और नेताओं को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि विधायकों के परिवार, रिश्तेदारों और उनके व्यवसायों को भी निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने भाजपा नेताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने और उन्हें जांच के नाम पर घंटों थाने में बिठाकर प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया।

उपमुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री भी बैठक में नहीं होंगे शामिल:
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए हुए हैं और 5 फरवरी को शिमला लौटेंगे। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी महाकुंभ के लिए प्रयागराज में हैं, लेकिन उनके बुधवार को विधायक प्राथमिकता बैठक में शामिल होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने भाजपा पर लगाया जनता के साथ अन्याय का आरोप:
मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा विधायकों द्वारा बैठकों का बहिष्कार प्रदेश की जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि यह हर जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी है कि वह जनता की समस्याओं को बैठक में उठाए ताकि उन्हें बजट में शामिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी भी क्षेत्र के साथ भेदभाव नहीं किया है।
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