
प्रयागराज: महाकुंभ में हुई भगदड़ के तीन दिन बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने मेला अधिकारी विजय किरण आनंद से हादसे की जानकारी ली और बसंत पंचमी के स्नान की तैयारियों का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम:
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घटनास्थल का निरीक्षण, मेला अधिकारी से हादसे की जानकारी ली।
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प्रयागराज से सटे जिलों के मार्गों का हवाई सर्वेक्षण किया।
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साधु-संतों से मुलाकात की।
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सतुआ बाबा के पट्टाभिषेक समारोह में शामिल हुए।
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बसंत पंचमी स्नान की तैयारियों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री के निर्देश:
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श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता।
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सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए।
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भगदड़ जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
संतों से मुलाकात:
मुख्यमंत्री ने साधु-संतों से मुलाकात की और उनकी सराहना की जिन्होंने भगदड़ के बाद धैर्य बनाए रखा और लोगों की मदद की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर सनातन धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन संतों के सहयोग से ऐसे षड्यंत्रों को नाकाम किया जाएगा।
भविष्य की रणनीति:
प्रशासन मौनी अमावस्या जैसी भीड़भाड़ वाली स्थितियों में भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की तैयारी कर रहा है। मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के संकेत दिए हैं ताकि श्रद्धालु बिना किसी डर के महाकुंभ का आनंद ले सकें।
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