
तेल अवीव: इज़राइली सरकार ने हमास के साथ युद्धविराम और बंधक रिहाई समझौते को मंजूरी दे दी है। यह समझौता रविवार से प्रभावी होगा और गाजा में युद्धविराम के पहले चरण की शुरुआत करेगा। इसके तहत इज़राइली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों दोनों की रिहाई होगी।
इज़राइली कैबिनेट ने 24-8 के मत से इस सौदे को मंजूरी दी। इससे पहले, सुरक्षा कैबिनेट ने भी इस समझौते की सिफारिश की थी। 33 इज़राइली बंधकों के परिवारों को इस समझौते के बारे में सूचित कर दिया गया है।
समझौते की मुख्य बातें:
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पहला चरण: हमास 33 बंधकों (महिलाएं, बच्चे और 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग) को रिहा करेगा। इज़राइल फिलिस्तीनी महिलाओं, बच्चों और 19 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को रिहा करेगा। रिहा होने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बंधकों की संख्या पर निर्भर करेगी (990 से 1650 के बीच)।
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तीन चरणों में समझौता: यह समझौता तीन चरणों में लागू होगा।
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गाजा में युद्धविराम: हमास ने पुष्टि की है कि गाजा में युद्धविराम की राह की सभी बाधाएं दूर हो गई हैं।
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दक्षिणपंथी दलों का विरोध: कुछ दक्षिणपंथी दल इस समझौते का विरोध कर रहे हैं और सरकार से अलग होने की धमकी दे रहे हैं।
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बंधकों की स्थिति: इज़राइल का कहना है कि हमास के कब्जे में 98 बंधक हैं, लेकिन इनमें से केवल आधे के ही जीवित होने की उम्मीद है।
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रिहाई के बाद की तैयारी: इज़राइल ने रिहा होने वाले बंधकों की देखभाल के लिए छह अस्पतालों में तैयारी की है।
गाजा युद्ध का प्रभाव:
गाजा युद्ध के कारण इज़राइल के ईरान, लेबनान, सीरिया, इराक और यमन जैसे देशों के साथ तनाव बढ़ गया है। युद्ध में अब तक लगभग 47,000 लोग मारे जा चुके हैं। शुक्रवार को गाजा पर इज़राइली हमले में 116 लोग मारे गए, जिनमें 60 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
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