
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में पर्यटन और आधारभूत संरचना को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। बुधवार को सचिवालय में उत्तराखंड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड (UIIDB) की तीसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने अधिकारियों को चार हफ्ते में वैडिंग डेस्टिनेशन नीति बनाने, पंतनगर और देहरादून हवाई अड्डों पर रात्रि कालीन उड़ान सुविधा विकसित करने और दो नए शहरों के विकास की कार्ययोजना में तेजी लाने का निर्देश दिया।
विरासत के साथ विकास पर ज़ोर:
मुख्यमंत्री धामी ने “विरासत के साथ विकास” मॉडल पर ज़ोर देते हुए कहा कि राज्य की अगले 25 सालों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई जाएं। उन्होंने 2047 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” के संकल्प को पूरा करने के लिए राज्य में अल्पकालिक, लघुकालिक और दीर्घकालिक योजनाओं पर काम करने को कहा। UIIDB के तहत सभी परियोजनाओं के लिए सुनियोजित तरीके से काम करने और जनप्रतिनिधियों एवं हितधारकों के सुझावों को शामिल करने के निर्देश भी दिए गए।
वैडिंग डेस्टिनेशन के रूप में उत्तराखंड:
राज्य को शादी समारोहों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए, मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्थलों का चयन करके वहां आवश्यक सुविधाओं का विकास करने को कहा। इसके लिए वेडिंग प्लानर्स और होटल समूहों के साथ मिलकर प्रचार-प्रसार करने पर भी ज़ोर दिया गया।

दो नए शहरों का विकास:
दो नए शहरों के विकास और सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्पष्ट कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, UIIDB की परियोजनाओं के तहत पर्यटन और तीर्थाटन स्थलों के विकास पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया।
गंगा और शारदा कॉरिडोर परियोजनाएं:
गंगा और शारदा कॉरिडोर के पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य करने के निर्देश दिए गए। डाकपत्थर में बनने वाली नॉलेज सिटी के लिए भी चरणबद्ध तरीके से काम करने को कहा गया। जून 2026 तक सभी परियोजनाओं पर काम शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
उच्च स्तरीय बैठक में कई मंत्री और अधिकारी मौजूद:
बैठक में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक मदन कौशिक, रेनू बिष्ट, अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, डॉ. पंकज कुमार पांडेय, विनय शंकर पांडेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी, देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल, पौड़ी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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