- कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग से कॉन्ट्रैक्ट पर लाने के लिए नीति का खाका तैयार करने और कॉन्ट्रैक्ट से नियमित करने के लिए विशेष केस बनाने के लिए कहा
- ड्राइवरों और कंडक्टरों के रात्री ठहराव भत्ते में की वृद्धि
- नए ड्राइवरों/कंडक्टरों को 5 प्रतिशत वार्षिक तनख्वाह वृद्धि देने संबंधी एस.ओ.पी. बनाने की हिदायत
- लालजीत सिंह भुल्लर की कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक
चंडीगढ़,
मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा जल्द ही सरकारी बसों के ड्राइवरों और कंडक्टरों को खुशखबरी देने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
पंजाब के परिवहन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने आज विभाग के अधिकारियों को हिदायत दी कि वे सरकारी बसों के ड्राइवरों और कंडक्टरों को नियमित करने संबंधी केस जल्द से जल्द तैयार करें ताकि केस कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जा सके।
अपने सरकारी आवास में पंजाब रोडवेज/पनबस और पी.आर.टी.सी. कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन और पंजाब रोडवेज (पनबस) स्टेट ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न बैठकों के दौरान कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिए कि कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग से कॉन्ट्रैक्ट पर लाने के लिए नीति का प्रारूप तैयार किया जाए और कॉन्ट्रैक्ट वाले कर्मचारियों को नियमित करने के लिए विशेष केस बनाया जाए।
बैठक के दौरान स. लालजीत सिंह भुल्लर ने विभागीय मामलों का सामना कर रहे ड्राइवरों और कंडक्टरों के केस सहानुभूति से विचार करने के आदेश भी दिए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि ऐसे केसों का तुरंत निपटारा सुनिश्चित किया जाए।
इसी तरह नए ड्राइवरों/कंडक्टरों को 5 प्रतिशत वार्षिक तनख्वाह वृद्धि देने संबंधी मांग पर भी विचार-विमर्श किया गया। कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को हिदायत दी कि इस मामले में तुरंत एस.ओ.पी. बनाई जाए ताकि कर्मचारियों को तुरंत राहत सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार कर्मचारियों की सभी जायज मांगों के समाधान के लिए वचनबद्ध है और इसी लिए मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब रोडवेज/पनबस और पी.आर.टी.सी. में ठेका आधारित ड्राइवरों और कंडक्टरों के मामलों के समाधान के लिए विशेष विभागीय समिति गठित की गई है।
स. लालजीत सिंह भुल्लर ने एक और महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए ड्राइवरों और कंडक्टरों को दिए जाने वाले रात के भत्ते में भी वृद्धि की। उन्होंने यूनियनों के प्रतिनिधियों को बताया कि सूबे में रात के ठहराव के लिए अब 50 की जगह 85 रुपये मिलेंगे और दूसरे सूबों में चलने वाले ड्राइवरों और कंडक्टरों को रात के ठहराव के लिए भत्ता बढ़ाकर 60 से 120 रुपये कर दिया गया है।