शिमला: शिमला के संजौली में स्थित मस्जिद की अवैध रूप से बनी तीन मंजिलों को गिराने का काम शुरू होने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि देश में हिमाचल प्रदेश पहला ऐसा राज्य है जिसने आपसी भाईचारे की मिसाल कायम की है।
सचिवालय में मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए मुस्लिम पक्ष स्वयं ही आगे आया है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से किसी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी सराहा:
सोमवार को शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद निर्माण मामले में मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्सा गिरने का काम शुरू कर दिया है। कमेटी के इस फैसले सीएम के अलावा लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी सराहा है।
विक्रमादित्य सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मस्जिद कमेटी द्वारा अवैध हिस्से को गिराने का कार्य स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि मेरे साथ मस्जिद कमेटी ने पहले ही नगर निगम कोर्ट को अवैध हिस्सा गिरने की बात कही गई थी। आज अवैध हिस्सा गिराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश के अंदर भाईचारे का माहौल बनाए रखना और प्रदेश के 70 लाख लोगों के हितों की रक्षा करना ही सरकार का दायित्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसा माहौल नहीं बनने दिया जाएगा जिससे भाईचारे में किसी भी तरह की गिरावट आए।
28 अक्टूबर को दिया जाएगा कर्मचारियों का वेतन:
सचिवालय में मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम सुक्खू ने मस्जिद के अलावा अन्य मुद्दों पर भी बात की है। उन्होंने कहा कि दिवाली को देखते हुए सभी सरकारी कर्मचारियों को 28 तारीख को वेतन दिया जा रहा है। उसी कड़ी में पेंशनरों को पेंशन और डीए का भुगतान भी उक्त तारीख को किया जाएगा।
प्रदेश में सरकारी विभागों और निगम-बोर्डों में सेवाएं देने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मल्टी टास्क वर्करों को भी सरकार ने 28 अक्टूबर को वेतन देने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में सभी विभाग और सार्वजनिक उपक्रम इन श्रेणियों के कर्मचारियों को वेतन तय तारीख को देना सुनिश्चित करें।
जयराम ठाकुर पर किया पलटवार:
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा कर्मचारियों के वेतन-पेंशन और राज्य की आर्थिक स्थिति को लेकर की जा रही बयानबाजी पर कहा कि भाजपा सरकार राज्य पर 85 हजार करोड़ का ऋण छोड़कर गई है। प्रदेश को संकट में डालने के लिए कोई और नहीं जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार थी।
जिसने प्रदेश के हितों के विपरीत विधानसभा चुनाव जीतने के लिए अनावश्यक तौर पर संस्थान खोले और पांच हजार करोड़ की रेबड़ियां बांटी थी ताकि चुनाव जीत सके। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए स्वयं फिजूलखर्ची करते रहे और अब प्रदेश सरकार पर बयानबाजी कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि प्रदेश के लोगों ने भाजपा की कथनी और करनी देख ली है। विपक्ष पूरी तरह से हताश हो चुका है और सुर्खियों में बने रहने के लिए अनाप-शनाप बयानबाजी करके लोगों में बने रहने का प्रयास कर रहा है।
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