मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को टिहरी जनपद के कांगुड़ा नागराज मंदिर परिसर का दौरा किया और श्री कांगुड़ा नागराज मंदिर पुनर्स्थापना जागरण समारोह में भाग लिया। उन्होंने मंदिर की परिक्रमा की और भगवान कांगुड़ा नागराज से पूजा अर्चना की, प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधा भी रोपा।
मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित मंदिर में भगवान कांगुड़ा नागराज की प्राण प्रतिष्ठा पर बधाई दी और समस्त प्रदेशवासियों की मनोकामना पूर्ण होने की कामना की। उन्होंने कहा कि उन्हें इस पूज्य धरती पर दूसरी बार आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। कांगुड़ा को पर्यटन और धार्मिक रूप से विकसित करने के लिए की गई घोषणा जल्द ही पूरी होगी। जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई लगभग 2 करोड़ की डीपीआर को जल्द स्वीकृति दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र का विकास मास्टर प्लान बनाकर किया जाएगा। मंदिर परिसर में आधुनिक गेस्ट हाउस, 30,000 लीटर क्षमता का पेयजल स्टोरेज टैंक, मंदिर परिसर पहुंच मार्ग में टीन शेड, हाई मास्क आदि अन्य कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार देवभूमि के धार्मिक और सांस्कृतिक विकास को नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जन हित में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उज्ज्वला योजना, किसान सम्मान निधि योजना, जन धन योजना, लखपति दीदी जैसी योजनाएं अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। राज्य में एक लाख से अधिक महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है और 2025 तक डेढ़ लाख बहनों को लखपति बनाने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार द्वारा धनोल्टी क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं में वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
इस मौके पर क्षेत्र के लोगों द्वारा मुख्यमंत्री को क्षेत्र के विकास से संबंधित मांग पत्र सौंपा गया, जिस पर मुख्यमंत्री ने परीक्षण कर सकारात्मक कार्यवाही किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि छाम-बल्डोगी झूला पुल की मांग सहित कई प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। छाम-बल्डोगी झूला पुल के लिए रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।
धनौल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता लाने के लिए सख्त नकल विरोधी कानून लाया गया है। राज्य सरकार द्वारा सांकरी-बरनोली मोटर मार्ग की स्वीकृति दी गई, जिसमें कार्य भी शुरू हो चुका है। साथ ही ज्वारना-बंगियाल मोटर मार्ग पर चौड़ीकरण की स्वीकृति दी गई और अन्य सड़कों को लेकर कार्य करने की बात कही। उन्होंने मुख्यमंत्री से गंगाड़ी व फिग्वाल समुदाय को ओ.बी.सी. केन्द्रीय आरक्षण सूचि में शामिल करने की मांग प्रस्ताव रखा।
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