नई दिल्ली
कर्ज में डूबी सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया अपने पुराने मालिक के पास लौट हाई है। एयर इंडिया के लिए विनिंग बिड टाटा सन्स की इकाई ने जीती है। इस बारे DIPAM के सेक्रेटरी तुहीन कांत पांडे ने घोषणा की है। पांडे ने शुक्रवार शाम को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि टाटा सन्स की इकाई Talace Pvt Ltd 18000 करोड़ रुपये के साथ एयर इंडिया के लिए विनिंग बिडर रही। यह सौदा इस साल दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। एयर इंडिया के लिए टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट के अजय सिंह ने बोली लगाई थी।
सरकार एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच रही है। साथ ही एयर इंडिया की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी AISATS में 50 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। इसके लिए टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट के अजय सिंह ने व्यक्तिगत बोली लगाई थी। मोदी सरकार के निजीकरण कार्यक्रम में एयर इंडिया की बिक्री सबसे अहम है। गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में मंत्रियों की एक समिति खुद इसकी निगरानी कर रही है। मौजूदा प्रस्ताव के मुताबिक एयर इंडिया को 23,000 करोड़ रुपये के कर्ज के साथ नए मालिक को ट्रांसफर किया जाएगा। कंपनी का बाकी कर्ज Air India Asset Holdings Ltd (AIAHL) को ट्रांसफर किया जाएगा।