– पुलिस टीमों ने हुंडई वरना कार व कारतूस सहित तीन पिस्तौल भी किए बरामद
– पंजाब पुलिस मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान की सोच के अनुरूप पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध
– गिरफ्तार आरोपी करणदीप कनू सीधे तौर पर लारेंस बिश्नोई के संपर्क में : डीजीपी गौरव यादव
– पुलिस की ओर से मॉड्यूल के दो और सदस्यों की पहचान,आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी
चंडीगढ़/बठिंडा, 27 जून:
मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी सोच के अनुसार पंजाब को एक सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के दौरान बठिंडा की काउंटर इंटेलिजेंस (सी.आई) ने जिला पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ से संबंधित तीन शूटरों को गिरफ्तार कर राज्य में संभावित टारगेट किलिंग की योजना को विफल कर दिया है।
यह जानकारी देते हुए पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने आज यहां बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान करनदीप सिंह उर्फ कनू निवासी नवीं बस्ती मौर मंडी, रघुवीर सिंह व कुलविंदर सिंह उर्फ बिट्टू दोनों निवासी गांव कोट शमीर बठिंडा के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने उसके कब्जे से तीन पिस्तौल, जिनमें से एक 9 एमएम पिस्तौल और दो .32 बोर पिस्तौल सहित छह जिंदा कारतूस और छह मैगजीन बरामद करने के अलावा उनकी हुंडई वरना कार भी जब्त कर ली है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि लारेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के सहयोगी जिला बठिंडा, मोहाली और आसपास के इलाकों में टारगेट किलिंग को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं, जिस पर कार्रवाई करते हुए सी.आई बठिंडा और बठिंडा पुलिस की टीमों ने शूटरों को पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान के दौरान मौड़ चौक में
नाकाबंदी की।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने तीनों आरोपियों को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वे अपनी हुंडई वरना कार में मौड़ से बठिंडा की ओर आ रहे थे और उनके कब्जे से तीन पिस्तौल सहित कारतूस बरामद कर लिया।
डीजीपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी करणदीप कनू लारेंस बिश्नोई के सीधे संपर्क में था और आरोपियों से बरामद हथियारों का इस्तेमाल टारगेट किलिंग को अंजाम देने के लिए किया जाना था। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच चल रही है।
अधिक जानकारी देते हुए ए.आई.जी सी.आई बठिंडा अवनीत कौर सिद्धू ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस मॉड्यूल के दो और संचालकों की पहचान की है, जिन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
एस.एस.पी बठिंडा दीपक पारीक ने बताया कि इस संबंध में थाना मौड़ बठिंडा में आर्म्स एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत एफआईआर नंबर 72 तिथि 27-06-2024 दर्ज की गई है।