नई दिल्ली, 11 जून 2023: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली। सत्र से पहले अपने संबोधन में पीएम मोदी ने सभी सदस्यों को बधाई दी और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आज के दिन को लोकतंत्र के लिए गौरव का दिन बताया।
पीएम मोदी का संबोधन:
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गौरवमय दिन: पीएम मोदी ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में आज का दिन गौरवमय है। यह वैभव का दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारी अपनी नई संसद में यह शपथ समारोह हो रहा है।
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संकल्प की पूर्ति: उन्होंने कहा कि 18वीं लोकसभा का गठन भारत के सामान्य लोगों के संकल्प की पूर्ति का है। नए उमंग और नए उत्साह के साथ नई गति और नई ऊंचाई को प्राप्त करने के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है।
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विकसित भारत 2047: श्रेष्ठ भारत निर्माण और विकसित भारत 2047 के लक्ष्य के साथ आज 18वीं लोकसभा प्रारंभ हो रही है।
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विश्व का सबसे बड़ा चुनाव: पीएम मोदी ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बेहद शानदार और गौरवमयी तरीके से संपन्न होना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। करीब 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया।
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तीसरी बार सेवा का अवसर: पीएम मोदी ने कहा कि ये चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है कि आजादी के बाद दूसरी बार किसी सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर देश की जनता ने दिया है। यह अवसर 60 साल बाद आया है।
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सहमति का महत्व: पीएम मोदी ने कहा कि मुझे पता है कि सरकार चलाने के लिए बहुमत चाहिए लेकिन देश चलाने के लिए सहमति बहुत जरूरी होती है। हमारा निरंतर प्रयास होगा कि हर किसी को साथ लेकर मां भारती की सेवा करें।
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संविधान की मर्यादा: पीएम मोदी ने कहा कि हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। संविधान की मर्यादा का पालन करते हुए निर्णयों को गति देना चाहता हूं।
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तीन गुना अधिक मेहनत: पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता ने हमें तीसरी बार मौका दिया है। यह बहुत ही महान और भव्य विजय है। हमारी दायित्व भी तीन गुना बढ़ गया है। देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि तीसरे कार्यकाल में तीन गुना अधिक मेहनत करेंगे। हम परिणामों को भी तीन गुना लाकर रहेंगे।
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नए सांसदों से अपेक्षाएं: पीएम मोदी ने कहा कि नए सांसदों से देश को बहुत ही अपेक्षाएं हैं। मैं सभी सांसदों से आग्रह करुंगा कि जनहित और लोकसेवा में इस अवसर का उपयोग करें। हर संभव जनहित में कदम उठाएं।
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विपक्ष की भूमिका: देश की जनता विपक्ष से अच्छे कदमों की अपेक्षा रखती है। 18वीं लोकसभा में देश की जनता विपक्ष से लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखनी की अपेक्षा रखती है। मैं आशा करता हूं कि विपक्ष इस पर खरा उतरेगा। देश को अच्छे और जिम्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है।
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18 का महत्व: पीएम मोदी ने कहा कि 18वीं लोकसभा में युवा सांसदों की संख्या अच्छी है। भारतीय संस्कृति और विरासत में 18 अंक का बहुत सात्विक मूल्य है। गीता के भी 18 अध्याय हैं। कर्म, कर्तव्य और करुणा का संदेश गीता से मिलता है।
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आपातकाल का जिक्र: पीएम मोदी ने कहा कि कल 25 जून है। भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं में निष्ठा रखने वालों के लिए 25 जून न भूलने वाला दिवस है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो धब्बा लगा था, उसके 50 साल पूरे हो रहे हैं।
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संविधान की रक्षा: भारत की नई पीढ़ी कभी यह नहीं भूलेगी कि कैसे भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया था। देश को जेल खाना बना दिया गया था। लोकतंत्र को पूरी तरह से दबोच लिया गया था। आपातकाल के यह 50 साल इस संकल्प के है कि हम गौरव के साथ अपने संविधान की रक्षा करेंगे।
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18वीं लोकसभा का संकल्प: पीएम मोदी ने कहा कि 18वीं लोकसभा संकल्प का सदन बने। विकसित भारत के हमारे संकल्प को पूरा करना हम सबका दायित्व है। सब लोग मिलकर उस दायित्व को निभाएंगे। जनता का विश्वास और मजबूत करेंगे।
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