बदरीनाथ विधानसभा उपचुनाव में एक बड़ा मोड़ आ गया है। निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले वीरेंद्र पाल भंडारी ने भाजपा का साथ देने का फैसला लिया है।
वीरेंद्र पाल भंडारी, राजेंद्र भंडारी के चचेरे भाई हैं, जिन्हें भाजपा ने बदरीनाथ उपचुनाव के लिए टिकट दिया है। भंडारी निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा करके भाजपा के इस फैसले से नाराज थे। लेकिन, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा उन्हें समझा-बुझाकर उनका मन बदल दिया गया।
वीरेंद्र पाल भंडारी ने अपने भाई राजेंद्र भंडारी के सामने उपचुनाव ना लड़ने का फैसला लिया है।
वीरेंद्र पाल भंडारी भाजपा में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं। उनका भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए एक बड़ी राहत है।
इस फैसले से बदरीनाथ उपचुनाव में भाजपा की स्थिति मजबूत हो गई है।
यह ध्यान देने योग्य है कि वीरेंद्र पाल भंडारी ने भाजपा का साथ देने का फैसला लिया है, लेकिन उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की अपनी घोषणा वापस नहीं ली है।