- -गंगोत्री धाम में पूजा घाट से लेकर मंदिर दर्शन तक की सुगम व्यवस्था
-श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति ने की प्रशासन के इंतजामों की सराहना
-यमुनोत्री धाम में पैदल मार्ग से लेकर होल्डिंग पॉइंट पर तक चाकचौबंद व्यवस्थाएं
-मेडिकल रिलीफ पोस्ट और मोबाइल टीम दे रही तीर्थयात्रियों को चिकित्सा सहायता
– सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान
उत्तरकाशी। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में तीर्थयात्रियों द्वारा सुगम और सुव्यवस्थित दर्शन किए जा रहे हैं। प्रशासन की चाकचौबंद व्यवस्था से मंदिर समिति भी खुश है। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष रावल हरीश सेमवाल ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी एजेंसियां व्यवस्था में जुटी हुई है। इससे न तो धामों में दबाव और न ही तीर्थयात्रियों को किसी तरह की असुविधा उठानी पड़ रही है।
चारधाम में प्रसिद्ध यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की यात्रा को शुक्रवार को पूरे 15 दिन हो गए हैं। यहां शुरुआती कुछ दिनों में भारी भीड़ के चलते सड़कों पर वाहनों का अत्यधिक दबाव रहा, लेकिन अब दोनों धामों की यात्रा व्यवस्थित चल रही है। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने प्रशासन के यात्रा प्रबंधन की सराहना करते हुए बताया कि धाम में यात्रा व्यवस्थाएं पूरी तरह से व्यवस्थित हैं। तीर्थयात्रियों को सुगम, सुरक्षित दर्शन कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि धाम में सुबह शाम जुट रही भीड़ के लिए प्रशासन की तरफ से तैनात पुलिस, होमगार्ड, राजस्व आदि विभागों के बेहतर समन्वय से तीर्थयात्रियों को मंदिर समिति दर्शन करा रही है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार समिति सुबह से लेकर शाम तक व्यवस्थित दर्शन करा रही है।
उधर अध्यक्ष यमुनोत्री मंदिर समिति/एसडीएम बड़कोट मुकेश रमोला ने बताया कि धाम में होल्डिंग पॉइंट पर भी वाहनों का दबाव नहीं है। अब तीर्थयात्रियों के वाहन सीधे जानकीचट्टी पहुंच रहे हैं। जानकीचट्टी से यमुनोत्री के लिए 6 किमी पैदल दूरी तय कर मंदिर में सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुगम दर्शन हो रहे हैं।
प्रशासन के द्वारा सीसीटीवी नेटवर्क के माध्यम से दोनों धामों में यात्रियों के आवागमन एवं व्यवस्थाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है।
चिकित्सा सहायता के लिए विशेष प्रबंध : मोबाईल टीमें भी तैनात
इस बार तीर्थयात्रियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। धामों के लिए इस बार विशेषज्ञ चिकित्सकों की अलग से तैनाती करने के साथ ही यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले अस्पतालों में आवश्यक उपरकणों, सामग्री व दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों की सुविधा को 30 स्वास्थ्य मित्र (एफएमआर) के साथ ही तीन मेडीकल रिलीफ पोस्ट स्थापित की गई है। गंगोत्री से गोमुख मार्ग पर भी 10 स्वास्थ्य मित्र तैनात किए गए हैं। यात्रा मार्गों पर भी मोबाईल मेडीकल टीमें निरंतर यात्रियों को सेवाएं प्रदान कर रही है।
सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान :
यमुनोत्री और गंगोत्री रूट पर तीर्थयात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सुलभ इंटरनेशनल और इससे नीचे के क्षेत्र में जिला पंचायत को जिम्मेदारी दी गई है। जबकि गंगोत्री धाम में नगर पंचायत और ग्रामीण क्षेत्रों में जिला पंचायत, शहरी क्षेत्रों में नगर निकायों को सफाई व्यवस्था का जिम्मा दिया गया। सड़कों से लेकर पैदल मार्ग और शौचालयों को साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि तीर्थयात्रियों को परेशानी न उठानी पड़े।
यात्री सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए प्रतिदिन धामों, यात्रा पड़ावों व यात्रा मार्गों की सफाई, टॉयलेट्स व पेयजल व्यवस्था के रख-रखाव का भी गहनता से पर्यवेक्षण किया जा रहा है। जिलाधिकारी डॉं मेहरबान सिंह बिष्ट द्वारा इन व्यवस्थाओं पर निगरानी व रिपोर्टिंग के लिए अलग से कार्मिकों की तैनाती करने के साथ ही प्रतिदिन सभी जगहों से नियमित अंतराल पर सफाई व्यवस्था के जियोटैग्ड फोटो व वीडियो नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध कराने की हिदायत दी गई है। जिसके चलते दोनों धामों में तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही है।