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कुल्लू। अभिनेता से राजनेता बनी भाजपा लोकसभा उम्मीदवार कंगना रनौत ने अपने पिछले विवादित बयान को दोहराया है। उन्होंने कहा कि भारत को 2014 में आजादी मिली। उन्होंने कहा कि वह भारत को हिंदू राष्ट्र बने हुए ही देखना चाहती है। हमारे पूर्वजों ने पहले मुगलों और फिर अंग्रेजों के अधीन सदियों की गुलामी देखी और झेली। 1947 के बाद ब्रिटिश शासन से तो मुक्ति मिली लेकिन कांग्रेस के कुशासन के कारण देश हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं हुआ।
कंगना ने आगे कहा कि सही मायनों में देश को सनातन के लिए आजादी 2014 में मिली, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली। मोदी सरकार ने हमें बिना किसी डर के अपने धर्म का पालन करने और उसका प्रदर्शन करने तथा भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाने के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की स्वतंत्रता दी।
कंगना ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के समय भारत को हिंदू राष्ट्र क्यों घोषित नहीं किया गया। साथ ही कहा कि हम अपनी सरकार में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के दिशा में काम करेंगे। भाजपा ने कंगना को मंडी से मैदान में उतारा है। वहीं यह राज्य सत्तारूढ़ कांग्रेस का गढ़ रहा है। इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह कंगना को चुनौती दे रहे हैं। हिमाचल में 1 जून को होने वाले मतदान में न केवल चार सीटों से लोकसभा सदस्यता के लिए उम्मीदवार खड़े होंगे, बल्कि असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे और पाला बदलने के बाद खाली हुई छह विधानसभा सीटों के लिए भी सदस्य चुने जाएंगे। 2019 के चुनाव में राज्य की सभी चार लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा इस बार दोबारा जीत हासिल करने की कोशिश में है।
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