![](https://thehillnews.in/wp-content/uploads/2024/07/300x250-1.jpeg)
शिमला: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की राजनीतिक उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है।
विक्रमादित्य सिंह दिल्ली में:
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह दिल्ली में ही डटे हुए हैं। उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा और केसी वेणुगोपाल के साथ मुलाकात की और प्रदेश के सियासी घटनाक्रम से हाईकमान को अवगत कराया।
मुख्यमंत्री का दावा:
इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दावा कर रहे हैं कि 80% विधायक उनके साथ हैं और कांग्रेस की सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।
विधायकों की अयोग्यता:
कांग्रेस ने हाल ही में छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था। विक्रमादित्य सिंह ने हाईकमान के समक्ष इन विधायकों का पक्ष रखा और उनकी पार्टी में वापसी से होने वाले फायदों पर चर्चा की।
हाईकमान की पहल:
राजनीतिक संकट को दूर करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और डीके शिव कुमार को हिमाचल भेजा था। उन्होंने सरकार और संगठन के बीच समन्वय के लिए एक समिति बनाने की बात कही थी, लेकिन अभी तक इसका गठन नहीं किया गया है।
विधायकों का संपर्क:
अयोग्य घोषित किए गए विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि कई विधायक उनके संपर्क में हैं और पार्टी में निराशा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने अदालत जाने की भी बात कही।
सरकारी कार्रवाई की आलोचना:
राणा ने सरकार की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि यह “ओछी हरकत“ है और इसका उद्देश्य “रेवड़ियां बांटना“ है, न कि बेरोजगारी जैसे वास्तविक मुद्दों को हल करना।
यह पढ़ेंंःHimachal: हिमाचल में एक से तीन मार्च के बीच बारिश बर्फवारी का अलर्ट