
चंडीगढ़। दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड पर इस बार भी पंजाब की झांकी नहीं दिखाने पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कड़ी नाराजगी जताई है। परेड के लिए पंजाब सरकार ने तीन झांकियों का प्रारूप भेजा था, जिसे केंद्र ने अस्वीकार कर दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोदी सरकार पर गणतंत्र दिवस समारोह का भगवाकरण करने का आरोप लगाया।
पंजाब भवन में बुलाई पत्रकार वार्ता में मान ने कहा कि सत्ता के नशे में अहंकारी केंद्र सरकार, स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों के बेमिसाल बलिदान का अपमान कर रही है। पिछले साल भी केंद्र सरकार ने ऐसा किया था और इस साल भी झांकी रद्द कर वही दोहराया है। केंद्र सरकार पंजाब के जख्मों पर नमक छिड़क रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ओर दुनिया भर से श्रद्धालु फतेहगढ़ साहिब पहुंचकर छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी की शहादत के समक्ष नतमस्तक हो रहे हैं, दूसरी ओर भाजपा पंजाब का अनादर करने के हथकंडे अपना रही है। शहादत और बलिदान पंजाब की महान विरासत का हिस्सा हैं, जिन्हें राज्य की झांकी में बखूबी दिखाया जाना था। इन देशभक्ति के विचारों वाली झांकी को रद्द कर केंद्र सरकार ने महान देशभक्तों और राष्ट्रीय नायकों के बलिदान का अपमान किया है।

मान ने कहा कि वह राज्य की झांकी को शामिल न करने का मुद्दा केंद्र सरकार के समक्ष जोरदार ढंग से उठाएंगे। अगर झांकी शामिल नहीं की गई तो भी राज्य सरकार 26 जनवरी को राज्य भर में होने वाले सभी समारोहों में इन्हें ‘केंद्र सरकार द्वारा रद्द’ के बैनर लगाकर शामिल करेगी और राज्य की समृद्ध विरासत को लोगों के सामने पेश किया जाएगा।
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