- “मेरी माटी-मेरा देश“ मुहिम के अंतर्गत हर गाँव से मिट्टी इकट्ठी करके ले जाई जाएगी दिल्ली
चंडीगढ़, 4 अगस्तः
पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने आज बताया कि पंजाब अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों की याद में हर गाँव में स्मारक बनाकर उनको अनूठे ढंग से श्रद्धाँजलि देगा। उन्होंने बताया कि 9 से 30 अगस्त तक चलने वाली ‘‘मेरी माटी-मेरा देश’’ मुहिम के अंतर्गत गाँव स्तर से लेकर दिल्ली तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और युवा मामले विभाग द्वारा ’आज़ादी का अमृत महोत्सव’ की समाप्ति के तौर पर देशव्यापी ’मेरी माटी-मेरा देश’ मुहिम चलाई जा रही है जिसके अंतर्गत देश के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, ड्यूटी के दौरान अपनी ज़िन्दगी कुर्बान करने वाले रक्षा कर्मियों, केंद्रीय हथियारबंद पुलिस बलों और राज्य के पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
स. लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि 9 अगस्त से 15 अगस्त तक पंचायत और गाँव स्तर पर विभिन्न समागम करवाए जाएंगे और हरेक गाँव के शहीदों और योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने के लिए समारक बनाए जाएंगे, जहाँ गाँव के सभी महान योद्धओं के नाम अंकित किए जाएंगे। इसके साथ ही पंचायतों द्वारा देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, उनके वारिसों, रक्षा सेवाओं, सी.ए.पी.एफ. और राज्य पुलिस के सेवा-मुक्त जवानों और बहादुर योद्धाओं के परिवारों का सम्मान करने के लिए समारोह आयोजित किए जाएंगे।
ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ने बताया कि समागम के दौरान गाँव वासी अपने गाँव की मिट्टी हाथों में लेकर शपथ लेंगे। इसके इलावा हरेक गाँव में 75 पौधे लगाए जाएंगे। लोग अपने हाथों में मिट्टी लेकर शपथ लेते हुए सैलफी लेंगे और इसको समर्पित वैबसाईट पर अपलोड करेंगे।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि प्रत्येक पंचायत/गांव से एकत्रित की गई मिट्टी को नौजवान वलंटियरों और अन्य व्यक्तियों द्वारा ब्लाक स्तर तक ले जाया जाएगा। ब्लाक स्तर से सभी पंचायतों/गांवों की मिट्टी वाले कलशों को राष्ट्रीय राजधानी में ले जाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अगस्त महीने के आखिरी हफ़्ते दिल्ली के कर्त्तव्य पथ में विशेष प्रोग्राम करवाया जाएगा, जहाँ देश भर में से लाई गई मिट्टी के साथ एक स्मारक बनाया जाएगा और विलक्षण बागीचा तैयार किया जाएगा और इस बागीचे में देसी पौधे लगाए जाएंगे।