लक्सर। पुलिस के दो सिपाहियों को गोली मारकर घायल करने वाले एक लाख के इनामी बदमाश को एसटीएफ ने बिहार से गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में लूट, डकैती और अन्य अपराधों में 19 मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी को सहारनपुर पुलिस ने जिला बदर भी किया हुआ है। बदमाश को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि 16 अक्तूबर 2022 को हरिद्वार के लक्सर में पुलिस को एक सुनार की दुकान पर लूट की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस के दो सिपाही मोटरसाइकिल पर पहुंचे तो तीन संदिग्ध उन्हें लक्सर में ओवरब्रिज के नीचे घूमते दिखे। पुलिस ने तीनों को पूछताछ के लिए रोकना चाहा तो बदमाश भागने लगे। सिपाही ने एक बदमाश को पकड़ा तो उसके साथियों ने सिपाही पर फायर झोंक दिया। इसमें एक गोली सिपाही पंचम प्रकाश के पैर में लगी। सूचना मिलने पर अन्य सिपाहियों ने तीनों बदमाशों का मोटरसाइकिल से पीछा किया तो चलते-चलते ही बदमाशों ने उन पर फायर झोंक दिया। इसमें एक गोली सिपाही राजेंद्र सिंह के पैर में जा लगी।
पुलिस ने जब घटना की जांच की तो इसमें शाबिर, अताउल खान, नौशाद, जावेद और फुरकान का नाम सामने आया। पुलिस नौशाद, अताउल खान और शाबिर को गिरफ्तार कर चुकी थी। लेकिन, फुरकान और जावेद फरार चल रहे थे। फुरकान ने ही सिपाहियों पर गोली चलाई थी। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस मुख्यालय ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। एसटीएफ ने उसकी गिरफ्तारी के लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान आदि राज्यों में कई बार दबिश दी। लेकिन, पता चला कि वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा है। ऐसे में इंस्पेक्टर अबुल कलाम की टीम ने उसकी मुखबिरों से सूचना इकट्ठा करनी शुरू की।
इस बीच 10 दिन पहले पता चला कि फुरकान बिहार के भागलपुर में रह रहा है। पुलिस टीम ने वहां पर डिलिवरी ब्वॉय, मजदूर आदि बनकर घरों में नजर रखना शुरू किया। टीम को पता चला कि फुरकान एक घर की छत पर सो रहा है। रात में उस घर पर दबिश दी गई तो वह वहां से भागने लगा। लेकिन, पुलिस ने पीछा करते हुए फुरकान को दबोच लिया। इसके बाद गत दो जुलाई को न्यायिक मजिस्ट्रेट भागलपुर से छह दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर उसे देहरादून लाया गया।