डोईवाला। डोईवाला के लच्छीवाला व कुआवाला के मध्य लच्छीवाला वन रेंज में वन भूमि पर बने शिव मंदिर को देर रात्रि तोड़ दिया गया। अब मंदिर तोड़े जाने की सूचना पर लोगों में नाराजगी है और सोशल मीडिया के माध्यम से वह सरकार के प्रति भी अपनी नाराजगी जता रहे हैं।
खास बात यह है कि मंदिर तोड़े जाने को लेकर जहां वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी फोन नहीं उठा रहे हैं। तो वहीं उनके अधीनस्थ अधिकारी मामला संज्ञान ना होने की बात कह रहे हैं। इससे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि यह मंदिर वन विभाग की ओर से ही तोड़ा गया है या किसी अन्य असमाजिक तत्व ने इस मंदिर को तोड़ा है। हालांकि यह मंदिर दड्ढ़ेश्वर महादेव शिव मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है और यहां पर शिवरात्रि के दिन मेला व भंडारा आदि का आयोजन भी समय-समय पर होता रहता है। सावन माह से पूर्व इस मंदिर को तोड़े जाने से शिव भक्तों की आस्था भी आहत हुई है। वहीं मंदिर को तोड़े जाने के बाद भगवान की मूर्तियां भी खंडित रूप से उसी स्थान पर पड़ी हैं। गौरतलब है कि वन विभाग ने उनकी भूमि पर बने अवैध धार्मिक स्थलों को तोड़ने का अभियान चला रखा है, जिसके तहत सैंकड़ों मस्जिद और मजारें प्रदेश भर में तोड़ी गई है। अब इस मंदिर को इसी अभियान के तोड़ा है, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
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