उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में अंदरुनी कलह शांत होने का नाम नहीं ले रही। लोकसभा चुनाव को लेकर हरिद्वार सीट में तो हरक सिंह रावत और हरीश रावत के बीच खींचतान तेज हो गई है। हालांकि हरीश के मुकाबले हरक कहीं टिकते नहीं, लेकिन प्रदेश कांग्रेस का एक खेमा हरक को स्पोर्ट कर रहा है। वहीं टिहरी सीट से लोकसभा चुनाव के लिए प्रीतम सिंह ने अपनी दावेदारी से साफ इंकार किया है। प्रीतम का कहना है कि टिहरी विधानसभा से कांग्रेस का प्रत्याशी होगा उसको जिताने के लिए हम मिलकर काम करेंगे।
वहीं इस संबंध में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि प्रीतम सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और फिलहाल उनकी प्रीतम सिंह से इसको लेकर कोई भी बात अभी तक नहीं हुई है। वही अभी भी यह तय नहीं हो पाया है कि कांग्रेस के वह कौन चेहरे होंगे जो लोकसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व में लोकसभा चुनाव लड़ चुके प्रीतम सिंह ने साफ कह दिया है कि वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। जब प्रीतम सिंह से यह पूछा गया कि वह क्या लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं और एक बार फिर कह रहा हूं कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा।
जब उनसे यह पूछा गया है कि आप टिहरी से कांग्रेस के बहुत लोकप्रिय नेता है ऐसे में आपके चुनाव न लड़ने से कांग्रेस को नुकसान होगा तो उन्होंने कहा नहीं मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। और कांग्रेस पार्टी के लिए काम करता रहा हूं और करता रहूंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी टिहरी विधानसभा से कांग्रेस का प्रत्याशी होगा उसको जिताने के लिए हम मिलकर काम करेंगे।
वहीं जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से बात पूछी गई कि उनके वरिष्ठ नेता लोकसभा चुनाव लड़ने से अभी से मना कर रहे हैं तो उनका जवाब है कि प्रीतम सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और फिलहाल उनकी प्रीतम सिंह से इसको लेकर कोई भी बात अभी तक नहीं हुई है। और मैंने अभी उनका कोई भी बयान नहीं देखा है तो इसमें टिप्पणी करना सही नहीं है।
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