इस्लामाबाद। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से नाटकीय रूप से गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद इमरान खान को आज इस्लामाबाद, पाकिस्तान में न्यू पुलिस गेस्ट हाउस में पेश किया जाएगा। खान के 4-5 दिनों तक राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) की हिरासत में रहने की संभावना है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने वैध करार दिया है। इसके बाद खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी के अनुसार, लाहौर से संघीय राजधानी इस्लामाबाद आए पार्टी अध्यक्ष खान अदालत में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे, तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें (खान को) गिरफ्तार कर लिया। खान को रावलपिंडी में एनएबी कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है जहां एक मेडिकल जांच की गई। हालांकि, पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने दावा किया कि खान को अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय पर हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोर कमांडरों के अलावा कई बड़े सैन्य अधिकारी शामिल हैं। खान की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने प्रांत में कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रेंजर्स को बुलाया और धारा 144 लगा दी। इसके तहत एक जगह पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते। पंजाब सरकार ने पाकिस्तान के दूरसंचार प्राधिकरण से प्रांत के उन क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को निलंबित करने का अनुरोध भी किया जहां हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इमरान खान के समर्थकों के हंगामे के कारण पूरे देश में धारा 144 लागू कर दी गई है। सिंध को छोड़कर पाकिस्तान के तीन प्रांतों पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान में इंटरनेट बंद कर दिया गया। सोशल मीडिया को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
यह पढ़ेंः rishikesh : बीच सड़क पर पर्यटकों और स्थानीय युवाओं में हुआ झगड़ा