देहरादून। सरकार ऋषिकेश और देहरादून में प्रदूषण को कम करने के लिए सीएनजी विक्रम और ऑटो चलाने की तैयारी कर रही है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश पर परिवहन विभाग ने इसका प्रस्ताव शासन को भेजा था, जिसे मंजूरी मिल गई थी, लेकिन प्रयास सड़क पर नहीं उतर सका।
परिवहन विभाग ने एक नवंबर को देहरादून संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक बुलाई है, जिसमें यह निर्णय लिया जाएगा कि डीजल और पेट्रोल को कैसे बाहर किया जाए। प्राधिकरण ने इलेक्ट्रिक बैटरी चालित ऑटो को चलाने को मंजूरी दी थी। हालांकि, इसमें तकनीकी अड़चन वाहनों के पिकअप को लेकर रही। दरअसल, दून शहर में सड़कें कहीं ढलान पर हैं तो कहीं चढ़ाई पर। ऐसे में संशोधित फैसले के तहत यहां सीएनजी व एलपीजी ऑटो-विक्रम चलाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। तय हुआ कि डीजल व पेट्रोल ऑटो-विक्रम को धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक ऑटो अथवा सीएनजी-एलपीजी ऑटो-विक्रमों में तब्दील कर दिया जाएगा।