प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का संचालन सर्वदलीय समिति के समन्वयक सूर्यकांत धस्माना ने किया। बैठक में सभी दलों के बीच आम सहमति बनी कि एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को लेकर अग्रसर होंगे। बिगड़ते हुऐ सौहार्द एवं धार्मिक ध्रूवीकरण को लेकर चिंता जताई गई।
बैठक में करन माहरा को बतौर अध्यक्ष नियुक्त किया गया। हर माह सर्वदलीय समिति की बैठक आहुत की जायेगी। ऐसे दल जो की धर्म निरपेक्षता में विश्वास रखते हों और सत्तारूढ़ दल की जनविरोधी नितियों के खिलाफ संघर्श में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें आमंत्रित किया जाएगा। ये फैसला भी लिया गया की जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात कर एक सर्वदलीय ज्ञापन सौंपा जाऐगा।
समिति की बैठक के दौरान इस बात पर भी चिंता व्यक्त की गयी कि सरकार ने विपक्षी दलों के प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मुख्यमंत्री आवास हो या राजभवन किसी भी विपक्षी दल को कूच या घेराव करनें की अनुमति नहीं है। न्यू कैंट रोड़ में लगी धारा 144 का समिति नें पुरजोर विरोध करते हुऐ कहा की धारा 144 किसी भी क्षेत्र में स्थाई रूप से नहीं लगाई जा सकती और इस तरह का प्रतिबंध लोकतंत्र एवं अभिव्यक्ति की आजादी का खुला उलंघन है। समिति के अध्यक्ष करन माहरा नें कहा कि भारत की नींव धर्मनिरपेक्षता पर टिकी हुयी है, हमें कतई अपनीं इस विचारधारा से समझौता नहीं करना है।
मंहगाई पर भी समिति नें चिंता व्यक्त करते हुऐ कहा कि आमजन का ऐजेंडा ही समिति का ऐजेंडा होगा। आज वक्त की मांग है कि सभी विपक्षी दल एकजुट होकर परेषान जनता की पीड़ा को साझा करते हुऐ सही प्लैटफॉर्म पर उठायें। बैठक के दौरान सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित हुआ की धार्मिक सद्भाव के प्रति समिति दृढ़ संकल्पित रहेगी।