देहरादून : इस विधानसभा चुनाव में कई मिथक टूटे हैं। जिनमें से एक मिथक यह भी था कि जो भी मुख्यमंत्री न्यू कैंट रोड स्थित नए मुख्यमंत्री आवास में रहने आया, वह कुर्सी पर ज्यादा दिन टिक नहीं पाया। मिथक के अनुसार यहां रहने वाला सीएम दोबारा नहीं चुनकर आता। धामी के साथ भी ऐसा हुआ कि वह खटीमा से चुनाव हार गए, लेकिन उन्हें भाजपा विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना गया। जिसके बाद वह आज बुधवार कोउत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने सालों से चले आ रहे मुख्यमंत्री आवास के दुभार्ग का मिथक भी तोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री आवास को लेकर बड़ा मिथक
इस मुख्यमंत्री आवास को लेकर बड़ा मिथक जुड़ा हैं। हालांकि पुष्कर सिंह धामी इस आवास में रहे। कहा जाता है कि जो भी मुख्यमंत्री इस आवास में रहने आया उसे सत्ता गंवानी पड़ी। राज्य गठन से पहले यहां राज्य अतिथि गृह हुआ करता था। राज्य गठन के बाद पहली अंतरिम सरकार में इसे मुख्यमंत्री आवास बना दिया गया।