अफगानिस्तान में जबसे तालिबान ने कब्जा जमाया है तबसे पाकिस्तान अपनी दोहरी चाले चल रहा है । वहीं पाकिस्तान तालिबान से अपनी दोस्ती भी मजबूद कर रहा है । गौर करने वाली बात यह है कि पाकिस्तान और तालिबान के बीच गहरी होती दोस्ती अब कई देशों को अखरने लगी है। इसलिए अब अमेरिका ने फैसला किया है कि वह पाकिस्तान को लेकर अपने रिश्तों की समीक्षा करेगा और भविष्य में कैसे रिश्ते पाकिस्तान के साथ रखने हैं यह तय करेगा। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने साफ किया कि तालिबान के साथ पाकिस्तान का जुड़ाव एक रणनीतिक चाल है। इसलिए अमेरिका पिछले 20 सालों में पाकिस्तान की भूमिका की समीक्षा करने के बाद ही कोई फैसला लेगा।