Uttarakhand: मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने चम्पावत में परखी विकास कार्यों की जमीनी हकीकत – The Hill News

Uttarakhand: मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने चम्पावत में परखी विकास कार्यों की जमीनी हकीकत

चम्पावत

उत्तराखंड शासन के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने चम्पावत जिले में चल रहे विकास कार्यों और आपदा सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेने के लिए एक मैराथन दौरा किया। उन्होंने टनकपुर से लेकर श्यामलाताल तक विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को काम में तेजी और गुणवत्ता लाने के कड़े निर्देश दिए। मुख्य सचिव का यह दौरा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उस परिकल्पना को धरातल पर उतारने की दिशा में अहम माना जा रहा है जिसके तहत चम्पावत को एक आदर्श जिले के रूप में विकसित किया जाना है।

अपने दौरे की शुरुआत मुख्य सचिव ने टनकपुर स्थित शारदा बैराज और शारदा घाट से की। उन्होंने यहां पर्यटन की अपार संभावनाओं को तलाशने पर जोर दिया। विशेष रूप से उन्होंने शारदा बैराज क्षेत्र में एयरो स्पोर्ट्स और वाटर टूरिज्म को बढ़ावा देने के निर्देश दिए ताकि देश-विदेश के पर्यटक यहां खिंचे चले आएं। इसके बाद उन्होंने टनकपुर में बन रहे महत्वाकांक्षी शारदा कॉरिडोर परियोजना की जमीनी स्थिति का बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि इस परियोजना में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता परखने के लिए मुख्य सचिव किरोड़ा नाला भी पहुंचे। यहां उन्होंने ब्रिडकुल संस्था द्वारा बनाए जा रहे 480 मीटर लंबे स्पान पुल के बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने ब्रिडकुल के अधिकारियों को दो टूक शब्दों में कहा कि निर्माण कार्य में पूरी पारदर्शिता बरती जाए और गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न किया जाए। क्षेत्र में बाढ़ और भू-कटाव की समस्या को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने बूम और बाटनागाड़ क्षेत्रों का निरीक्षण किया। शारदा नदी के तट पर पहुंचकर उन्होंने सिंचाई विभाग के इंजीनियरों को निर्देश दिए कि नदी का पूर्ण चैनेलाइजेशन करने के बाद बाढ़ सुरक्षा के लिए एक ठोस और प्रभावी कार्ययोजना तैयार करें। साथ ही मां पूर्णागिरि धाम आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उन्होंने बाटनागाड़ क्षेत्र में मार्ग सुधारने के भी निर्देश दिए।

मुख्य सचिव का अगला पड़ाव श्यामलाताल रहा। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री की स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन और ईको टूरिज्म की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में हो रहे कार्यों को देखा। उन्होंने जोर देकर कहा कि श्यामलाताल को पर्यटन के एक बड़े केंद्र के रूप में विकसित किया जाए। इस दौरान उन्होंने कृषि, उद्यान विभाग और एनआरएलएम के स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने स्थानीय उत्पादों जैसे लाल चावल, लाल धान और शहद उत्पादन की सराहना की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन स्थानीय उत्पादों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराया जाए ताकि स्थानीय लोगों की आर्थिकी मजबूत हो सके।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी मनीष कुमार ने मुख्य सचिव को जिले में चल रहे सभी विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराया। इस अवसर पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती और अपर जिलाधिकारी कृष्णनाथ गोस्वामी समेत विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मुख्य सचिव के इस दौरे से प्रशासन में हड़कंप और काम में तेजी आने की उम्मीद है।

 

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