नैनीताल। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने नैनीताल प्रवास के दौरान पूरी तरह एक्शन मोड में और जनता के प्रति समर्पित नजर आए। गुरुवार को उन्होंने नैनीताल स्थित प्रशासनिक अकादमी (एटीआई) में एक जनता दरबार लगाया, जहां जिले के अलग-अलग और दूर-दराज के क्षेत्रों से आए फरियादियों ने अपनी समस्याएं सीधे सूबे के मुखिया के सामने रखीं। मुख्यमंत्री ने न केवल बड़ी आत्मीयता और धैर्य के साथ लोगों की समस्याएं सुनीं, बल्कि मौके पर मौजूद अधिकारियों को इन शिकायतों के त्वरित और समयबद्ध निस्तारण के लिए कड़े निर्देश भी दिए।
इस जनसुनवाई के दौरान एक बेहद सकारात्मक पहलू भी देखने को मिला। ग्राम सौड़ से आए ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से विशेष मुलाकात की। इन ग्रामीणों के चेहरे पर राहत और खुशी साफ देखी जा सकती थी। उन्होंने पंगोट-देचौड़ी सड़क के निर्माण को मंजूरी देने के लिए मुख्यमंत्री का दिल से आभार व्यक्त किया। ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क उनके क्षेत्र के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी और वे काफी लंबे समय से इसके निर्माण की मांग कर रहे थे। अब तक उनकी यह मांग अधूरी थी, लेकिन मुख्यमंत्री धामी के हस्तक्षेप के बाद आज उनकी मुराद पूरी हो गई है। ग्रामीणों का कहना था कि इस सड़क के बनने से क्षेत्रवासियों को यातायात की सुगम सुविधा मिलेगी और वे विकास की मुख्य धारा से जुड़ पाएंगे।
सड़क की सौगात मिलने के बाद उत्साहित ग्रामीणों ने क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी मुख्यमंत्री के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज सौड़ की स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। ग्रामीणों ने मांग रखी कि विद्यालय में अध्यापकों की कमी को दूर किया जाए और उनकी जल्द तैनाती की जाए। साथ ही, उन्होंने कॉलेज के लिए एक बेहतर भवन निर्माण की भी मांग की। शिक्षा से जुड़े इस संवेदनशील मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने मौके पर ही जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि वे इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करें और यह सुनिश्चित करें कि बच्चों की पढ़ाई में किसी तरह की बाधा न आए।
मुख्यमंत्री के इस जनसंवाद कार्यक्रम में प्रशासन और शासन के तमाम बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे ताकि समस्याओं का समाधान मौके पर ही सुनिश्चित किया जा सके। इस अवसर पर नैनीताल की विधायक सरिता आर्या, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, दर्जा धारी मंत्री अनिल कपूर डब्बू विशेष रूप से उपस्थित थे। प्रशासनिक अमले से कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत, पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी समेत अनेक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के इस दौरे ने जनता को यह भरोसा दिलाने का काम किया है कि सरकार न केवल विकास कार्यों को गति दे रही है, बल्कि उनकी छोटी-बड़ी समस्याओं को सुनने के लिए भी तत्पर है।
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