धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान तपोवन स्थित परिसर बुधवार को सियासी अखाड़ा बन गया। विधानसभा परिसर के बाहर सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों और विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर विपक्षी दल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पूरा परिसर ‘भाजपा भगाओ बेटी बचाओ’ के नारों से गूंज उठा। कांग्रेस का यह प्रदर्शन भाजपा के उन हमलों का जवाब था जिसमें विपक्ष लगातार प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि जो भाजपा सदन के भीतर कानून की दुहाई दे रही है असल में उसी के विधायक नियमों और मर्यादाओं की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
चुराह विधायक पर लगे आरोपों को बनाया मुद्दा
कांग्रेस द्वारा किए गए इस प्रदर्शन की मुख्य वजह चुराह से भाजपा विधायक हंसराज पर लगे गंभीर आरोप हैं। उन पर एक युवती के साथ शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया गया है। कांग्रेस ने इसी मुद्दे को लेकर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जानकारी के मुताबिक इस पूरे प्रकरण में मंडी क्षेत्र के एक और विधायक का नाम भी जुड़ा है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह घटना बेहद शर्मनाक है और इसने यह साबित कर दिया है कि भाजपा के नेता किस तरह की गतिविधियों में शामिल हैं।
नेताओं ने दिखाई एकजुटता
सदन की कार्यवाही से पहले कांग्रेस विधायक और मंत्री सीढ़ियों पर बैठ गए और विरोध दर्ज कराया। इस प्रदर्शन में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। देहरा से विधायक और मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर भी इस विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनीं। उनके साथ योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष और फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया, वरिष्ठ मंत्री चंद्र कुमार और विधायक अनुराधा समेत कई अन्य नेता हाथों में नारे लिखी तख्तियां लिए हुए नजर आए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि युवती के शारीरिक शोषण के मामले में विधायकों का नाम आना बिगड़ती सामाजिक व्यवस्था और नैतिकता का सबसे बड़ा उदाहरण है।
दोहरे चरित्र का लगाया आरोप
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस मौके पर भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा आए दिन कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करती है और बड़ी-बड़ी बातें करती है। लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि खुद उनके विधायक कानून तोड़ रहे हैं। नेगी ने कहा कि विधानसभा की गरिमा बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है लेकिन जो लोग दूसरों को कानून का पाठ पढ़ाते हैं वे खुद सबसे पहले उसे तोड़ते हैं।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि आज का यह प्रदर्शन जनता को भाजपा का दोहरा चरित्र दिखाने के लिए किया गया है। उन्होंने विपक्ष को नसीहत दी कि कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने से पहले भाजपा को अपने विधायकों को नियंत्रित करना चाहिए और उन्हें अनुशासन सिखाना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास करती है लेकिन अन्याय और ऐसे अनैतिक व्यवहार पर वह चुप नहीं बैठेगी।