फिल्लौर (जालंधर) में अटवाल कॉलोनी के एमडी मंदीप सिंह गोरा पर हुए गोलीकांड के मामले में फिल्लौर थाने की पुलिस ने रविवार को गैंगस्टर रितिश उर्फ राहुल के घर पर सघन तलाशी अभियान चलाया। पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए अदालत से वैध सर्च वारंट प्राप्त किया था। तलाशी के दौरान पुलिस को राहुल के घर से एक 12 बोर राइफल, छह कारतूस, साढ़े पांच लाख रुपये भारतीय मुद्रा और डेढ़ लाख रुपये विदेशी मुद्रा बरामद हुई।
इसके अतिरिक्त, पुलिस को एक दर्जन पासपोर्ट और आधा दर्जन पुराने मोबाइल फोन भी मिले। बरामद पासपोर्ट में से दो एक ही व्यक्ति के नाम पर थे, जो वारदात के बाद अपने परिवार के साथ कनाडा भागने की योजना बना रहा था। पुलिस के अनुसार, राहुल के संबंध पाकिस्तान सहित कई अन्य देशों के गैंगस्टरों से हो सकते हैं। थाना प्रभारी अमन सैनी और एसआई केवल सिंह ने संयुक्त रूप से गैंगस्टर के घर की तलाशी ली। जब थाना प्रभारी ने कमरे में पड़े एक बेड को खींचा, तो उसके पीछे छिपाकर रखी गई 12 बोर की राइफल मिली। इसके बाद, एक दराज के पीछे से पुलिस को छह कारतूस भी बरामद हुए।
डीएसपी सरवण सिंह बल ने बताया कि राहुल ने अपने घर में गुप्त लॉकर बना रखे थे, जिनमें लाखों रुपये नकद मिले। तलाशी के दौरान पुलिस को कई रजिस्ट्रियां भी मिलीं, जो राहुल ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर खरीदी थीं। पुलिस को संदेह है कि यह सारी संपत्ति संभवतः रंगदारी के पैसे से बनाई गई थी। डीएसपी बल ने कहा कि वे इस संबंध में आयकर विभाग को पत्र लिखेंगे ताकि इन संपत्तियों की गहन जांच की जा सके।
पड़ोसियों के अनुसार, राहुल का पिता बिजली बोर्ड से सेवानिवृत्त है, जो पहले अपनी पेंशन से घर का खर्च चला रहा था। लगभग पांच वर्ष पहले राहुल कनाडा गया और उसके बाद से उसके परिवार ने करोड़ों की संपत्ति बना ली और कई लग्जरी गाड़ियों के मालिक बन गए। यह अचानक आई समृद्धि पुलिस और पड़ोसियों दोनों के लिए संदेह का विषय बनी हुई है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि राहुल का परिवार लोगों की रेकी करता था और उसे यह जानकारी देता था कि किस व्यापारी से रंगदारी वसूलनी है। राहुल अपने साथियों के साथ मिलकर कभी पाकिस्तान तो कभी अन्य देशों के नंबरों से फोन कर पीड़ित व्यापारियों को केस वापस लेने के लिए धमकियां देता था। यह दर्शाता है कि उसका नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ था।
पुलिस ने इस मामले में राहुल और उसके परिवार के खिलाफ एक और नया मुकदमा दर्ज किया है। यह मामला 18 अक्टूबर को हुई घटना से संबंधित है, जब राहुल और उसके दो साथियों ने मंदीप सिंह गोरा पर गोली चलाई थी, जिसमें गोरा का साथी संजीव पंडित घायल हो गया था। पुलिस ने इस मामले में राहुल के अलावा उसके पिता, माता, बहन, पत्नी और अन्य आरोपियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया है, जो इस पूरे नेटवर्क में उनकी संलिप्तता को उजागर करता है। यह कार्रवाई गैंगस्टर नेटवर्क पर पुलिस की बड़ी चोट मानी जा रही है।
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