नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के लड्डू प्रसाद में नकली घी के इस्तेमाल से जुड़े मामले में अब मंदिर बोर्ड के पूर्व प्रमुख से गहन पूछताछ की गई है। जांच एजेंसी ने मंगलवार को तिरुमाला घी में कथित मिलावट के इस प्रकरण में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के पूर्व प्रमुख ए.वी. धर्म रेड्डी से पूछताछ की।
यह मामला तब सामने आया जब सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित एक विशेष टीम ने अपनी जांच के दौरान यह पाया कि आंध्र प्रदेश के तिरुमाला स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बनाए जाने वाले पवित्र तिरुपति लड्डू प्रसाद में कथित तौर पर मिलावटी घी का उपयोग किया जा रहा था। इस मामले की विस्तृत छानबीन के लिए तिरुपति मंदिर के पूर्व प्रमुख ए.वी. धर्म रेड्डी, जो उस समय टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) के पद पर कार्यरत थे, तिरुपति स्थित एसआईटी कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित हुए।
68 लाख किलोग्राम नकली घी की आपूर्ति का खुलासा
जांच एजेंसी के अनुसार, वर्ष 2019 से 2024 तक पांच साल की अवधि में टीटीडी को लगभग 250 करोड़ रुपये मूल्य का अनुमानित 68 लाख किलोग्राम नकली घी प्राप्त हुआ। नेल्लोर एसीबी अदालत को सौंपी गई रिमांड रिपोर्ट में विस्तृत जांच से यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस घी के प्राथमिक आपूर्तिकर्ता – उत्तराखंड में स्थित एक डेयरी – ने दूध या मक्खन की एक बूंद भी खरीदे बिना इतनी बड़ी मात्रा में घी की आपूर्ति करने में सफलता प्राप्त की थी।
कथित तौर पर, इस “घी” को ताड़ के तेल, ताड़ की गिरी के तेल और एसिटिक एसिड एस्टर जैसे औद्योगिक रसायनों का उपयोग करके तैयार किया गया था। ऐसा इसलिए किया गया ताकि शुद्धता जांच (रीचर्ट-मीसल मूल्य) में हेरफेर किया जा सके और टीटीडी की गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रियाओं से बचा जा सके।
बड़े पैमाने पर मिलावट और नए मोड़
यह उल्लेखनीय है कि घी में इस बड़े पैमाने पर मिलावट का अधिकांश हिस्सा पूर्व ईओ ए.वी. धर्म रेड्डी के कार्यकाल के दौरान हुआ था। टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी के करीबी और पूर्व निजी सहायक चिन्ना अप्पन्ना की हालिया गिरफ्तारी के बाद इस जांच में एक नया महत्वपूर्ण मोड़ आया है। अप्पन्ना पर आरोप है कि उन्होंने अयोग्य डेयरियों को ठेके दिलाने और निविदा प्रक्रियाओं में हेरफेर करने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। अब पूर्व ईओ ए.वी. धर्म रेड्डी से पूछताछ जारी है।
एसआईटी जारी कर सकती है और नोटिस
एसआईटी इस मामले में पूछताछ के लिए टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी को भी नोटिस जारी कर सकती है। जांच एजेंसी का मुख्य उद्देश्य खरीद और गुणवत्ता नियंत्रण में हुई उन सभी चूकों के लिए जिम्मेदार पूरी श्रृंखला का पता लगाना है, जिन्होंने कथित तौर पर इस व्यापक रूप से प्रतिष्ठित प्रसाद की पवित्रता से समझौता किया।
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