नई दिल्ली। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं, जिसमें दुर्लभ पृथ्वी खनिजों (Rare Earth Minerals) के निर्यात को लेकर एक नया समझौता हुआ है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर और प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ के हालिया अमेरिकी दौरे के बाद, दोनों देश अब इन खनिजों को निकालने और निर्यात करने की तैयारी कर रहे हैं।
पाकिस्तानी समाचार चैनल डॉन के अनुसार, अमेरिका और पाकिस्तान ने दुर्लभ पृथ्वी खनिजों के निर्यात पर हुए समझौते को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए, पाकिस्तान ने दुर्लभ पृथ्वी खनिजों के नमूने के तौर पर पहली खेप अमेरिका भेज दी है।
सितंबर में, यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स (USSM) ने पाकिस्तान के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत USSM ने पाकिस्तान में खनिज प्रसंस्करण और विकास कार्यों के लिए 500 मिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई है।
दुर्लभ पृथ्वी खनिज न केवल औद्योगिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बेहद अहम हैं। ऐसे में, पाकिस्तान भी दुर्लभ पृथ्वी खनिजों की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में शामिल होना चाहता है, जिसके लिए वह अमेरिका को खुश करने का प्रयास कर रहा है।
पाकिस्तान ने अमेरिका को दुर्लभ पृथ्वी खनिजों की जो पहली खेप भेजी है, उसे फ्रंटियर वर्क ऑर्गेनाइजेशन (FWO) द्वारा तैयार किया गया है। इस खेप में एंटीमनी, कॉपर कंक्रीट के अलावा नियोडिमियम और प्रेजोडिमियम जैसे दुर्लभ पृथ्वी खनिज शामिल हैं। USSM ने इन दुर्लभ पृथ्वी खनिजों की डिलीवरी को “अमेरिका-पाकिस्तान रणनीतिक साझेदारी में मील का पत्थर” बताया है।