मंडी। कुल्लू के एसडीएम रहे 2013 बैच के एचएएस अधिकारी विकास शुक्ला की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने उनके खिलाफ जांच का आदेश दिया है। पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव को ईमेल के माध्यम से तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया है।
पूर्व एसडीएम पर कुल्लू जिले की एक महिला ने शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण, प्रताड़ित करने, जान से मारने की धमकी देने और दबाव डालकर बयान लिखवाने का आरोप लगाया है। विकास शुक्ला इस समय हमीरपुर जिले के सुजानपुर में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं।
महिला की शिकायत पर नहीं लिया संज्ञान
महिला ने इसकी शिकायत कुल्लू पुलिस से की थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय लीपापोती करने की कोशिश की। एक अधिवक्ता ने इस संबंध में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। उच्च न्यायालय ने पुलिस अधीक्षक कुल्लू, महिला थाना कुल्लू, थाना कुल्लू और विकास शुक्ला सहित अन्य लोगों से जवाब मांगा है। सुंदरनगर के समाजसेवी अश्वनी सैनी ने इसकी शिकायत महिला आयोग से भी की है।
क्या है मामला
13 अक्टूबर 2024 को पुलिस अधीक्षक कुल्लू को दी शिकायत में महिला ने आरोप लगाया था कि विकास शुक्ला ने यह कहकर अपने आवास पर बुलाया था कि उसके खिलाफ कोई शिकायत आई है। जब वह आवास पर पहुंची तो दरवाजा बंद कर उसका यौन शोषण किया गया।
24 सितंबर 2024 को माफी मांगने के बहाने फिर अपने आवास पर बुलाया, न आने पर जान से मारने की धमकी दी। आवास पर पहुंचते ही उसके पर्स से मोबाइल फोन निकालकर अपने पास रख लिया।
महिला ने विकास शुक्ला पर दो बार उसका गर्भपात करवाने का भी आरोप लगाया है। महिला के साथ किए गए समझौते में विकास शुक्ला ने दोस्त और तीन वर्ष से परिचित होने की बात स्वीकार की है।