शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री और राज्य के छह बार मुख्यमंत्री रहे राजा वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार सुबह चंडीगढ़ में सात फेरे लिए. उन्होंने चंडीगढ़ की अमरीन कौर से विवाह किया.
विक्रमादित्य ने चुनिंदा मेहमानों की मौजूदगी में सिख रीति-रिवाज अनुसार अमरीन कौर से शादी की. विक्रमादित्य सिंह की माता प्रतिभा सिंह, बहन-बहनोई व मामा सहित खास रिश्तेदार चंडीगढ़ में हुई इस शादी में पहुंचे थे.
रविवार को राजशाही परिवार चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गया था. रविवार शाम को मेहंदी सहित अन्य रस्में निभाई गईं. इसके बाद सोमवार सुबह गुरुद्वारा में लावां फेरे लेकर शादी की रस्में पूरी की गईं.
आज शाम को शिमला स्थित होलीलॉज में वधू प्रवेश होगा. होलीलॉज विक्रमादित्य सिंह परिवार का निजी आवास है. शादी के मौके पर आवास को खूब सजाया गया है.
चंडीगढ़ गुरुद्वारा में ली लावां
चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित गुरुद्वारे में लावां ली. शादी की रस्में सुबह करीब 11 बजे बेहद सादगी से संपन्न हुईं, जिसमें केवल करीबी रिश्तेदार और मित्र शामिल थे. करीब एक घंटे में रस्में पूरी हुईं.
हिंदू धर्म में जहां 7 फेरे लिए जाते हैं, वहीं सिख रिवाज में 4 लावां ली जाती हैं, जिसे आनंद कारज कहा जाता है.
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