धर्मपुर (मंडी): हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। जिला मंडी के धर्मपुर उपमंडल में शुक्रवार रात लगभग 10 बजे कुसरी गांव के ऊपर नरवाहल की पहाड़ी से अचानक भारी भूस्खलन हुआ। भारी बारिश के कारण मलबा और विशाल चट्टानें गिरने से पूरा गांव खतरे की जद में आ गया है।
गनीमत रही कि लोगों ने खतरे को समय रहते भांप लिया और तुरंत अपने घरों को खाली कर दिया। यदि लोग देरी करते तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। लोगों ने रात को ही आनन-फानन में 39 घर खाली कर दिए। धर्मपुर में बादल फटने की घटना के बाद भूस्खलन ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। भारी-भरकम चट्टानें गिरने से गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सरसकान पंचायत में हुई इस घटना से लोग दहशत में हैं और घटना के तुरंत बाद उन्होंने घर खाली कर दिए। रात करीब एक बजे फिर से धमाके के साथ और चट्टानें गिरीं और मलबा घरों तक पहुंच गया।
ग्रामीण बोले, पहाड़ी पर बड़ी दरारें आईं
ग्रामीणों ओम प्रकाश, देवराज, पवन कुमार, प्रताप सिंह, देशराज, सुनीता देवी, नरेश कुमार, अंजना देवी, लेख राज, मनीष कुमार, नेक राम, अमर चंद, संजय कुमार, गुलाब सिंह, निर्बला देवी और दीपक कुमार ने बताया कि गांव के ऊपर पहाड़ी में बड़ी दरार आ गई है, जिससे लगातार भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।
लोगों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया जा रहा
एसडीएम धर्मपुर जोगेंद्र पटियाल ने बताया कि नरवाहल गांव के 39 परिवारों को सुरक्षित जगह शिफ्ट करने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। प्रशासन राहत एवं बचाव कार्यों में पूरी तरह जुटा हुआ है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी इस घटना पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मपुर भूस्खलन और बिलासपुर के नम्होल में बादल फटने से हुए नुकसान पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद मिल सके और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। प्रदेश सरकार इस आपदा की स्थिति में लोगों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।