चंबा। हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। चुराह की ग्राम पंचायत आयल के चुहाली गांव में एक भालू के हमले में 11 वर्षीय किशोरी आइशा बेगम की मौत हो गई। यह घटना शनिवार को तब हुई जब आइशा, जमालदीन की पुत्री, अपनी सहेली के साथ बकरियां चराने के लिए जंगल गई थी।
अचानक एक भालू ने आइशा पर हमला कर दिया और उसे उठा ले गया। आइशा की सहेली चीखते-चिल्लाते हुए वहां से भाग निकली, जिससे उसकी जान बच गई। लोगों ने जंगल में आइशा की चीखें सुनीं और उसके स्वजनों के साथ जंगल की ओर दौड़ पड़े।
घटनास्थल पर पहुंचकर आइशा की सहेली ने उन्हें पूरी घटना बताई। ग्रामीणों ने आइशा को खोजने का प्रयास किया और काफी दूर झाड़ियों में उसे लहूलुहान अवस्था में मृत पाया।
इस दर्दनाक घटना के बाद से पूरे इलाके के लोग दहशत में हैं। लोग घरों से बाहर निकलने से भी कतरा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भालू अब सीधे घरों की ओर पहुंच रहे हैं, जिससे उनका घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इससे पहले डलहौजी क्षेत्र में भी खुलेआम भालू घूमते देखे गए हैं।
आयल पंचायत के प्रधान शुक्रदीन के अलावा ग्रामीण अब्बास, गंदरु, हनीफ गुलाम रसूल, ताजदीन, हुसैन, मजीद, रेहमतुल्ला, लतीफ ने प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि भालू को पकड़कर रिहायशी इलाके से दूर छोड़ा जाए।
वन मंडल अधिकारी सुशील गुलेरिया ने बताया कि यह मामला उनके ध्यान में नहीं है, लेकिन आवश्यक जानकारी जुटाकर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह घटना वन्यजीवों और मानव बस्तियों के बीच बढ़ते संघर्ष को उजागर करती है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां वनों की कटाई और मानव अतिक्रमण वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को बाधित कर रहा है।
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