चंडीगढ़: पंजाब में विनाशकारी बाढ़ की स्थिति के बीच, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और पंजाब के पंचायत मंत्री तरनप्रीत सिंह सौंद ने आज फाजिल्का जिले के बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती गांवों का दौरा किया। इन नेताओं ने व्यक्तिगत रूप से गुलाबा भैनी गांव के निवासियों के बीच राहत सामग्री वितरित की।
केंद्र पर संजय सिंह का हमला
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब लगभग एक महीने से बाढ़ से जूझ रहा है, फिर भी केंद्र सरकार तत्काल राहत प्रदान करने के बजाय अभी भी रिपोर्टों का इंतजार कर रही है। संजय सिंह ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री, 9 सितंबर को पंजाब के अपने दौरे के दौरान, प्रभावित क्षेत्रों के लिए एक substantial राहत पैकेज की घोषणा करेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से यह भी आग्रह किया कि वह RDF (ग्रामीण विकास कोष), GST और अन्य मदों के तहत पंजाब के 60,000 करोड़ रुपये के बकाया को तुरंत जारी करे, जिसकी मांग मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पहले ही उठा चुके हैं। उन्होंने याद दिलाया कि भले ही केंद्रीय कृषि मंत्री ने पहले पंजाब का दौरा किया था, लेकिन अब तक कोई राहत प्रदान नहीं की गई है।
पंचायत मंत्री तरनप्रीत सिंह सौंद के राहत कार्य
पंचायत मंत्री तरनप्रीत सिंह सौंद ने बताया कि जिले में राहत अभियान पूरी गति से चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को उन्होंने अपना जन्मदिन बाढ़ प्रभावित लोगों की सेवा करके मनाया, और व्यक्तिगत रूप से राहत बैग अपने कंधों पर उठाकर गुलाबा भैनी गांव के निवासियों तक पहुंचाए। वह पिछले तीन दिनों से फाजिल्का जिले में लगातार राहत कार्यों में लगे हुए हैं।
आगे की चुनौतियां और प्रशासन की तैयारी
सौंद ने आगे कहा कि जैसे-जैसे जल स्तर कम होना शुरू हो जाएगा, प्रशासन अगली चुनौतियों के लिए कमर कस रहा है। इनमें जल जनित बीमारियों का जोखिम और नुकसान का आकलन शामिल है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चिकित्सा दल, पशु चिकित्सा इकाइयाँ और जिला प्रशासन के अधिकारी प्रभावित गांवों में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जरूरतमंद हर व्यक्ति को राहत सामग्री मिले। प्रशासन बाढ़ के बाद की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिसमें स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों और पुनर्वास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बाढ़ की भयावहता और केंद्र से अपेक्षाएं
पंजाब में बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है, जिसमें 48 लोगों की जान चली गई है और 1.76 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। राज्य के 23 जिलों में लगभग 2,050 गांव प्रभावित हुए हैं, जिससे 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। ऐसे में, संजय सिंह द्वारा केंद्र से तत्काल और पर्याप्त वित्तीय सहायता की मांग पूरी तरह से जायज है। राज्य सरकार अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन इतनी बड़ी आपदा से निपटने के लिए केंद्र के सहयोग की नितांत आवश्यकता है। प्रधानमंत्री के दौरे से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को बड़ी उम्मीदें हैं कि उन्हें जल्द ही राहत और पुनर्वास के लिए महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी। यह देखना होगा कि केंद्र सरकार पंजाब की इन मांगों पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या प्रधानमंत्री के दौरे से राज्य को अपेक्षित सहायता मिलती है।
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