लुधियाना। पिछले एक सप्ताह से पंजाब के विभिन्न जिलों में लगातार हो रही वर्षा ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था। ज्यादातर जिले भारी वर्षा के चलते बाढ़ की चपेट में आ गए थे। शुक्रवार को भी पंजाब के कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई थी।
शुक्रवार को हुई वर्षा के आंकड़ों के अनुसार, मानसा में सर्वाधिक 32 मिलीमीटर, लुधियाना में 9.8 मिलीमीटर, पटियाला में 1.8 मिलीमीटर, गुरदासपुर में 1.7 मिलीमीटर, एसबीएस नगर में 1.0 मिलीमीटर, फरीदकोट में 3.0 मिलीमीटर, होशियारपुर में 1.0 मिलीमीटर, पठानकोट में 3.0 मिलीमीटर, मोहाली में 2.0 मिलीमीटर और रूपनगर में 1.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
हालांकि, राहत की बात यह रही कि अधिकांश जिलों में यह वर्षा सुबह साढ़े आठ बजे से पहले हुई। उसके बाद दिन में तेज धूप खिली रही, जिससे लगभग सभी जिलों में दिन का तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। यह तापमान पिछले पांच दिनों से 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा था, इसलिए धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली।
उधर, मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार, नौ सितंबर तक पंजाब में मौसम साफ रहेगा और वर्षा की कोई संभावना नहीं है। यह खबर बाढ़ से जूझ रहे पंजाब के लिए थोड़ी राहत भरी हो सकती है, क्योंकि इससे जलस्तर में कमी आने और राहत कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है। हालांकि, यह राहत अस्थायी साबित हो सकती है, क्योंकि मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 10 सितंबर से मानसून दोबारा सक्रिय होगा और राज्य में भारी वर्षा की संभावना है। ऐसे में, अधिकारियों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में पंजाब के लिए मौसम एक बार फिर चुनौती बन सकता है।
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