कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने कुल्लू जिले में भारी तबाही मचाई है। कुल्लू के इनर अखाड़ा में बारिश के कारण हुए भूस्खलन में 12 लोग मलबे में दब गए, जिसमें से दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि आठ लोग अभी भी लापता हैं। तीन घायलों का उपचार चल रहा है। शुक्रवार सुबह से राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कुल्लू पहुंच रहे हैं। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार, मुख्यमंत्री को प्रातः 10:30 बजे भुंतर हवाई अड्डे पर पहुंचना था, लेकिन खराब मौसम के कारण उनके आगमन में देरी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री हवाई अड्डे से सीधे आपदा प्रभावित इलाकों का रुख करेंगे और वहां पर हालात का जायजा लेंगे। इस दौरान वे प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनसे बातचीत करेंगे। मुख्यमंत्री प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे राहत और पुनर्वास कार्यों की प्रगति की जानकारी भी लेंगे।
मुख्यमंत्री कुल्लू के जिया और छरुडू में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेंगे। इसके बाद इनर अखाड़ा में भूस्खलन की चपेट में आए परिजनों से मिलेंगे और राहत एवं बचाव कार्य का जायजा भी लेंगे। यहां पर एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें लगातार कार्य कर रही हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री भूतनाथ पुल जाएंगे, जहां बाढ़ आने से पुल एक कोने से क्षतिग्रस्त हो गया है। यहां से मुख्यमंत्री कुल्लू के लगघाटी के बागन गांव का दौरा करेंगे, जहां भूस्खलन से पूरा गांव प्रभावित हुआ है और 23 परिवार बेघर हो गए हैं, जो फिलहाल स्कूल में रह रहे हैं।
इसके उपरांत, मुख्यमंत्री मनाली जाएंगे, जहां वे वशिष्ठ चौक, ओल्ड मनाली, लग्जरी बस स्टैंड, ग्रीन टैक्स बैरियर और सब्जी मंडी का जायजा लेंगे। मनाली दौरे के बाद, वे वापस भुंतर एयरपोर्ट आएंगे, जहां जिला के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेंगे। मुख्यमंत्री का यह दौरा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी लाने और स्थिति का सीधे तौर पर आकलन करने के उद्देश्य से है।
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