देहरादून: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) कार्यालय प्रभारी और सीडब्ल्यूसी के सदस्य गुरदीप सिंह सप्पल ने गुरुवार को उत्तराखंड में हुए अनेक चुनावों में ‘वोट चोरी’ का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने देहरादून में आयोजित एक प्रेस वार्ता में बताया कि उत्तराखंड में हुए दो प्रमुख चुनावों में कथित धांधली की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी, जिसमें पंकज क्षेत्री, प्रेम बहुखंडी और अभिनव थापर शामिल थे.
सप्पल ने बताया कि इस तीन सदस्यीय कमेटी ने पिछले छह महीने के दौरान दो हजार से अधिक आरटीआई (सूचना का अधिकार) आवेदन लगाए, जिनके निर्वाचन आयोग से चौंकाने वाले जवाब प्राप्त हुए हैं. उन्होंने इन दो हजार आरटीआई के कुछ मामलों का खुलासा करते हुए निर्वाचन आयोग पर कई सवाल उठाए.
सप्पल ने आरोप लगाया कि केदारनाथ उपचुनाव से पहले साढ़े आठ हजार वोट जोड़े गए और चार हजार वोट काटे गए. उन्होंने इस कार्रवाई पर निर्वाचन आयोग से कोई स्पष्टीकरण न मिलने पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का अभियान ‘मेरा वोट मेरा अधिकार’ उत्तराखंड में भी चलाया गया, जिससे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष करन माहरा ने भी आरोपों को दोहराते हुए कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में भी वोट चोरी के कई मामले सामने आ रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि इसी प्रकार उत्तराखंड के विधानसभा और निकाय चुनावों में भी बड़े स्तर पर वोट चोरी हुई है. माहरा ने कहा कि कांग्रेस इसके पूरे प्रमाण दे रही है.
कांग्रेस के इन आरोपों ने उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. देखना होगा कि निर्वाचन आयोग इन गंभीर आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया