Uttarpradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी कानपुर में उद्योग-अकादमिक समन्वय पर दिया जोर – The Hill News

Uttarpradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी कानपुर में उद्योग-अकादमिक समन्वय पर दिया जोर

कानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आईआईटी कानपुर में आयोजित समन्वय कार्यक्रम में शामिल होकर इंडस्ट्री और उद्योग के साथ समन्वय कर आगे बढ़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री और अकादमिक जगत को मिलकर चेतन मन से मॉडर्न स्टडी, अवचेतन मन से नवाचार और अचेतन मन से शोध और अनुसंधान कार्य करना चाहिए। मन के इन तीन स्तरों से सफलता पाई जा सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 300 साल पहले भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में नंबर वन थी, लेकिन 1947 में भारत का ग्लोबल जीडीपी में योगदान दो प्रतिशत रह गया था। उन्होंने कहा कि आज भारत चौथी अर्थव्यवस्था है और इसे 1947 तक दूसरी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए टेक्नोलॉजी और अनुसंधान और उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना होगा।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सस्टेनेबिलिटी पर केंद्रित कार्यक्रम

आईआईटी कानपुर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सस्टेनेबिलिटी पर केंद्रित इस समन्वय कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। आईआईटी निदेशक प्रोफेसर महेंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में 300 से अधिक इंडस्ट्री प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में बताया कि उन्होंने हाल ही में नोएडा में स्थित आईआईटी के ड्रोन टेक्नोलॉजी सेंटर का निरीक्षण किया और देखा कि किस तरह से आईआईटी की ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रयोग हो रहा है। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भी इसके योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी कहा कि आईआईटी का मेडटेक सेंटर अगले वर्ष तक बड़ी उपलब्धि के तौर पर सामने आएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में जो पीछे छूट जाएगा, उसकी गिनती नहीं होगी।

उत्तर प्रदेश को दूसरी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश 1964 तक देश की नंबर वन इकोनॉमी था, लेकिन 2016-17 तक यह आठवीं अर्थव्यवस्था बन गया। अब फिर से उत्तर प्रदेश दूसरी अर्थव्यवस्था बना है और इसे आगे बढ़ाने के लिए आईआईटी की टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री के साथ समन्वय की राह पर चलना जरूरी है।

उन्होंने मन के तीन स्तरों की अवधारणा को दोहराते हुए कहा कि चेतन मन से आधुनिक अध्ययन किया जा सकता है, अवचेतन मन से नवाचार को साकार किया जा सकता है और अचेतन मन से सर्वश्रेष्ठ शोध एवं अनुसंधान का लक्ष्य पाया जा सकता है।

उन्होंने आईआईटी कानपुर से नोएडा में उत्तर प्रदेश सरकार के बनने वाले डीपटेक सेंटर का नेतृत्व करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने वहां जमीन आवंटित कर दी है और इसके लिए आईआईटी के वैज्ञानिकों और इंडस्ट्री के लोगों को एक साथ आने की जरूरत है।

समारोह मंच पर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर डॉक्टर हैरिक विन और आईआईटी के उपनिदेशक प्रोफेसर बृजभूषण मौजूद रहे।

 

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