नई दिल्ली। चीन के तियानजिन शहर में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान दुनिया की तीन महाशक्तियों – प्रधानमंत्री मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात ने सबका ध्यान खींचा। इसी बीच, भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक सोशल मीडिया पोस्ट किया, जिसकी टाइमिंग को लेकर चर्चा गर्म है। यह पोस्ट ऐसे समय आया है जब चीन में SCO बैठक में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जा रही है, जो दर्शाता है कि अमेरिका की इस शिखर सम्मेलन पर बारीक नज़र है।
सोमवार को भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है, और यह 21वीं सदी का एक निर्णायक रिश्ता है। पोस्ट में यह भी कहा गया कि “यह हमारे और दोनों देशों के लोगों के बीच स्थायी दोस्ती ही है, जो इस यात्रा को एक नई ऊर्जा प्रदान कर रही है।” इस पोस्ट के साथ अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो का एक बयान भी संलग्न था, जिसमें उन्होंने कहा, “भारत और अमेरिका के लोगों के बीच गहरी दोस्ती हमारे संबंधों का आधार है।”
इस पोस्ट की टाइमिंग को बेहद अहम माना जा रहा है, खासकर तब जब चीन में पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति चिनफिंग के बीच गर्मजोशी से मुलाकात हुई है। इसके अतिरिक्त, यह पोस्ट ऐसे समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। यह घटनाक्रम भारत-अमेरिका संबंधों की जटिलता और वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य में उसके महत्व को उजागर करता है।
Pls reaD:China: भारत-चीन सीमा वार्ता, शांति और सौहार्द बनाए रखने पर जोर