शिमला, 23 अगस्त 2025: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ऐलान से पहले राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के चौड़ा मैदान स्थित होटल सिसिल में कांग्रेस प्रदेश मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल से मुलाकात की, जो लगभग ढाई घंटे तक चली। इस बैठक में कांग्रेस के सह प्रभारी विदित चौधरी और चेतन चौहान भी मौजूद रहे।
संगठन सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्रदेश अध्यक्ष से लेकर कार्यकारिणी के प्रारूप पर विस्तृत चर्चा की गई है। सूत्रों का दावा है कि कार्यकारिणी को अंतिम रूप दे दिया गया है, और रजनी पाटिल दिल्ली लौट गई हैं। वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी, जिसके बाद इसी महीने नई कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की बैठक समाप्त होने के बाद, पूर्व अध्यक्ष और ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर भी सिसिल होटल पहुंचे और उन्होंने भी रजनी पाटिल के साथ मुलाकात की। बीते रोज देर रात तक कई पार्टी नेताओं ने रजनी पाटिल से मुलाकात की थी। पहले शनिवार को रजनी पाटिल का कांग्रेस मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से मिलने का कार्यक्रम था, लेकिन सुबह इसमें बदलाव किया गया और उन्होंने सिसिल होटल में ही नेताओं से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह संगठन के कार्यक्रमों को लेकर रजनी पाटिल से मिले हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी अध्यक्ष के लिए उन्होंने कोई एक नाम नहीं सुझाया है और उनके लिए सभी नेता समान हैं। उन्होंने बताया कि बैठक में पार्टी को कैसे दिशा दी जाए, इस पर चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा, “संगठन के गठन को लेकर हाईकमान विचार कर रहा है। हाईकमान जिसे भी कमान सौंपेगा, उसे मेरा पूरा समर्थन होगा।”
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपनी हामी भर दी है। ‘एक पार्टी एक सिद्धांत’ के चलते वह इसके लिए मंत्रिपद छोड़ने को भी तैयार हैं। बीते दिनों दिल्ली में आयोजित बैठक में उन्होंने अपना पक्ष हाईकमान के समक्ष रखा था। उनके अलावा, कुलदीप राठौर, विनय कुमार, विनोद सुल्तानपुरी, आशीष बुटेल, संजय अवस्थी और सुरेश कुमार के नामों पर भी चर्चा हो रही है। विनय कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी मुलाकात की थी।
सूत्र बताते हैं कि पार्टी हाईकमान कुलदीप राठौर को फिर से अध्यक्ष पद की कमान सौंपना चाह रहा है, लेकिन राठौर इस जिम्मेदारी के लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि वह पहले भी एक बार अध्यक्ष रह चुके हैं।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी बीते 9 महीने 17 दिन से बिना संगठन के है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीते साल छह नवंबर को राज्य, जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी को भंग कर दिया था। इसके बाद से कांग्रेस नेता बार-बार जल्दी संगठन बनाने की मांग करते आए हैं। बीते कल कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग में भी कई विधायकों ने संगठन बनाने का मसला रजनी पाटिल के समक्ष उठाया था।
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